
एशिया कप में हार्दिक पंड्या ने भारत को बड़ी शर्मिंदगी से बचाया, ओमान के खिलाफ ढीले रवैये ने मुश्किल खड़ी की
ओमान की टीम ने भारत को कड़ी टक्कर दी और ऐसी कमजोरियों को उजागर कर दिया जो अब तक दिखाई नहीं दी थीं।
अगर भारत का मकसद शुक्रवार के मैच से सारे बॉक्स पर टिक लगाने का था, तो वे पूरे यक़ीन से नहीं कह सकते कि उन्होंने यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
सच यह है कि भारत के दो बड़े विकेट-टेकर गेंदबाज़ों की गैरमौजूदगी ने ओमान को हिम्मत दी, लेकिन यह दुनिया की नंबर-1 T20 टीम के लिए कोई सांत्वना नहीं हो सकती, जिसने अबू धाबी के शेख ज़ायद स्टेडियम में वैसा प्रदर्शन नहीं किया जैसा उनसे अपेक्षित था।
हार्दिक पंड्या का शानदार कैच भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने और लय वापस पाने में अहम रहा।
ओमान ने भारत को क्यों चौंकाया?
भारत मौजूदा विश्व कप चैंपियन और नंबर-1 टीम है, जबकि ओमान ICC रैंकिंग में 20वें स्थान पर है। जतिंदर सिंह की टीम अपना 101वां मैच खेल रही थी, जबकि हार्दिक पंड्या अकेले ही 116 T20I मैच खेल चुके हैं।
भारत हाल ही में UAE और पाकिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज कर चुका था, जबकि ओमान को इन्हीं टीमों ने हराया था। ऐसे में यह मान लिया गया था कि भारत के सामने ओमान टिक नहीं पाएगा।
लेकिन ओमान ने गज़ब का अनुशासन, फील्डिंग में समर्पण और बल्लेबाज़ी में जज़्बा दिखाकर भविष्यवाणियों को गलत साबित कर दिया। नतीजा यह रहा कि भारत की जीत का अंतर सिर्फ 21 रन तक सिमट गया।
भारत की बल्लेबाज़ी में उलटफेर
भारत ने बल्लेबाज़ों को ऊपर-नीचे कर सबको मौका देने की कोशिश की। संजू सैमसन ने नंबर 3 पर खेलते हुए अर्धशतक बनाया, हालांकि उनकी पारी 45 गेंदों में आई और थोड़ी धीमी रही।
अक्षर पटेल और तिलक वर्मा ने भी उपयोगी योगदान दिया। लेकिन उसके बाद, सूर्यकुमार यादव ने पहले हर्षित राणा, फिर अर्शदीप सिंह और यहां तक कि कुलदीप यादव को खुद से पहले भेज दिया। यह फ़ैसला अजीब था।
भारत का स्कोर 188/8 तो मजबूत दिखा, लेकिन उसे बड़ी जीत में तब्दील करना आसान नहीं रहा।
गेंदबाज़ों की परीक्षा
ओमान की बल्लेबाज़ी में 43 वर्षीय आमिर कलीम और युवा हम्माद मिर्ज़ा ने कमाल दिखाया। भारत के युवा तेज़ गेंदबाज़ों अर्शदीप और राणा की सटीकता की कमी साफ नज़र आई।
अर्शदीप ने भले ही अपना 100वां विकेट लेकर नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
10 ओवर तक ओमान सिर्फ एक विकेट खोकर 62 पर था। कलीम और जतिंदर की साझेदारी ने भारत को पावरप्ले में सफलता से वंचित कर दिया।
जब सूर्यकुमार ने मुख्य गेंदबाज़ों को हटाकर तिलक, शिवम दुबे और अभिषेक को गेंद थमाई, तभी ओमान ने आक्रामक खेल दिखाना शुरू किया। मिर्ज़ा ने कुलदीप यादव को भी दो शानदार छक्के जड़े।
सीख और चेतावनी
ओमान को आखिरी 5 ओवर में 73 रन चाहिए थे, जो मुश्किल था। लेकिन भारत को हिला देना ही ओमान की जीत जैसी बात रही। भारत ने यह मान लिया था कि मैच आसान है, लेकिन ढीलेपन का खामियाज़ा लगभग भारी पड़ा।
अब जब सुपर-फोर और पाकिस्तान के साथ मुकाबला नज़दीक है, यह भारत के लिए एक चेतावनी है।