IND vs NZ: कैप्टन के तौर पर दुखी हूं लेकिन..रोहित शर्मा ने क्यों कही ये बात
x

IND vs NZ: कैप्टन के तौर पर दुखी हूं लेकिन..रोहित शर्मा ने क्यों कही ये बात

न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में टीम इंडिया ने सिर्फ 46 रन बनाए। इतने कम स्कोर पर रोहित शर्मा का कहना है कि कप्तान के तौर पर इस स्कोर से वो दुखी हैं।


IND vs NZ Test Match: न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच बेंगलुरु में खेला जा रहा है। पहले दिन का मैच बारिश की वजह से धुला। दूसरे दिन जब मैच शुरू हुआ तो टीम इंडिया ने विकेट गिरने की झड़ी लगा दी। कुल 46 रन पर पूरी की पूरी टीम आउट हो गई और शर्मनाक न्यूनतम स्कोर का लक्ष्य न्यूजीलैंड के सामने रखा। दूसरे दिन के मैच की समाप्ति के साथ न्यूजीलैंड के पास 134 रन की लीड है। लेकिन बात हम भारतीय टीम की करेंगे। पहली पारी में टीम इंडिया ने न्यूनतम स्कोर तो बनाया ही सबसे बड़ी बात यह रही कि पांच बल्लेबाज एक भी रन नहीं बना सके। यूं कहें कि तू चल मैं आता वाली कहावत को जमीन पर उतार दिया।

पांच बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके
बता दें कि रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। अब उनके इस फैसले की आलोचना हो रही है। क्रिकेट प्रशंसक कह रहे हैं कि जब मौसम का मिजाज उन्होंने देखा तो बल्लेबाजी करने का फैसला क्यों किया। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि गुरुवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन घरेलू मैदान पर उनकी टीम के अब तक के सबसे कम 46 रन पर आउट होने से वह दुखी थे। टॉप ऑर्डर के 8 में से 5 बल्लेबाज एक टेस्ट इनिंग में अपना ही खाता ही नहीं खोल पाए हों। यह दूसरी बार हुआ है।

बल्लेबाजी का फैसला मेरा था- रोहित
बादल छाए रहने की स्थिति में रोहित द्वारा बल्लेबाजी करने के बाद भारत की पारी मात्र 31.2 ओवर में ही ढेर हो गई, जिसमें पांच घरेलू बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए। रोहित ने कहा, "एक कप्तान के तौर पर 46 रन का यह स्कोर देखकर मैं दुखी हूं, क्योंकि पहले बल्लेबाजी करने का फैसला मेरा था। लेकिन एक साल में एक या दो बार गलत फैसला होना ठीक है। यह 46 रन पर ऑल आउट होने का पहला मामला था, जिसमें टीम घरेलू मैदान पर टेस्ट पारी में 50 रन का आंकड़ा पार करने में विफल रही।घरेलू मैदान पर सबसे कम टेस्ट पारी का पिछला भारतीय रिकॉर्ड करीब 37 साल पहले नवंबर 1987 में दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ बना था।

Read More
Next Story