
अब दूसरा टेस्ट मैच जीतना ही होगा, रोहित सेना के सामने चुनौती
भारत और न्यूजीलैंड की टीम दूसरे टेस्ट मैच के लिए पुणे में आमने सामने होंगे। इस मैच को 24 अक्टूबर से खेला जाएगा।
IND vs NZ second Test Match: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच संपन्न हो चुका है। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड की टीम ने रोहित शर्मा के शेरों को 8 विकेट से मात दे दी। इस तरह से कीवी टीम 1-0 से आगे है। अब दूसरा मैच पुणे में 24 अक्टूबर से खेला जाएगा। पहले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा द्वारा टॉस जीतकर बैटिंग के फैसले पर जानकारों ने हैरानी जताई थी। जानकारों के मुताबिक मौसम के मिजाज को देखते हुए उन्हें बल्लेबाजी का फैसला नहीं करना चाहिए था। बता दें कि पहले टेस्ट का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था। सही तरह से भी बाधाओं के बीच मैच सिर्फ चार दिन ही चला।
बेंगलुरु टेस्ट में मिली थी मात
बेंगलुरु टेस्ट में पहली पारी में टीम इंडिया ने सिर्फ 46 रन बनाए। न्यूजीलैंड की टीम ने 402 रन का स्कोर खड़ा कर 356 रन की लीड ले थी। भारत की टीम जब दूसरी पारी के लिए उतरी तो रनों का विशाल लक्ष्य था। लेकिन इस पारी में बल्लेबाजों का जमकर बोला और लीड को खत्म करते हुए न्यूजीलैंड की टीम को 107 रन का लक्ष्य दिया। बता दें कि कीवी टीम ने महज 2 विकेट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। अब यहां बड़ा सवाल यह है कि बेंगलुरु टेस्ट के दौरान रोहित शर्मा की टीम ने जो गलती की थी वो पुणे में दोहराने से बचे।
पिच पढ़ने में गलती हुई
पहले टेस्ट में मिली शिकस्त के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि वो पहले वाली गलतियों को दोबारा से नहीं दोहराएंगे। गलती का अहसास होते ही रोहित शर्मा ने फैन्स से माफी मांगने के साथ ही कहा कि वो पिच को सही तरह से पढ़ नहीं सके। उसका असर यह हुआ कि पहली पारी में टीम इंडिया 46 रन पर ही आउट हो गई। खास बात यह थी कि 92 साल के टेस्ट इतिहास में घरेलू मैदान पर इतने कम स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी। रोहिक शर्मा ने कहा कि पिच पर ज्यादा घास नहीं था। हमें लगा कि पहले सेशन के बाद पिच के रुख में बदलवा होगा। भारत में पहला सेशन अहम होता है। पहले सेशन के बाद पिच जमने लगती है और उसका फायदा स्पिनर्स को मिलता है।