
एजबेस्टन में भारत की ऐतिहासिक जीत: इंग्लैंड को 336 रनों से रौंदकर रचा इतिहास
शुभमन गिल ब्रिगेड ने इंग्लैंड की टीम को जिस तरह से उन्ही के देश में हराया है, वो एक एतिहासिक पल है. इस मैच में आकाशदीप की स्विंग ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को उलझा कर रख दिया.
Shubhman Gill's Team Create History : शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने रविवार को एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 336 रनों के विशाल अंतर से हराकर एक नया इतिहास रच दिया है. यह एजबेस्टन के मैदान पर भारत की पहली टेस्ट जीत है, जिसने पिछले सभी 8 मैचों (7 हार और 1 ड्रॉ) के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
मैच का घटनाक्रम:
पांचवें दिन, भारत ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए इंग्लैंड के शेष विकेट लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हालांकि, इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने कुछ समय के लिए संघर्ष दिखाया. ब्रायडन कार्स और जोश टोंग ने आठवें विकेट के लिए 44 गेंदों पर 19 रन जोड़कर भारतीय प्रशंसकों को थोड़ा इंतजार कराया. इससे पहले, क्रिस वोक्स और जेमी स्मिथ ने भी सातवें विकेट के लिए 57 गेंदों पर 43 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की थी, जो उनकी टीम के लिए कुछ सम्मानजनक प्रतिरोध प्रदान कर रही थी.
भारतीय गेंदबाजी के दौरान कुछ रोमांचक क्षण भी देखने को मिले. मोहम्मद सिराज को अपने स्पेल की पहली गेंद पर चौका लगा, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए लगातार पांच डॉट गेंदें फेंकीं. सिराज को वाशिंगटन सुंदर की एक मिसफील्ड पर गुस्सा भी करते देखा गया. रवींद्र जडेजा अपनी फिरकी से इंग्लिश बल्लेबाजों को लगातार परेशान कर रहे थे, खासकर पिच पर बने खुरदुरे पैच का फायदा उठा रहे थे, हालांकि उन्हें उनकी कोशिशों का अपेक्षित फल नहीं मिल पाया. वहीं, आकाश दीप ने भी बादलों भरे मौसम का फायदा उठाते हुए अच्छी स्विंग गेंदबाजी की, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशानी हुई.
फील्डिंग में, केएल राहुल ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर ब्रायडन कार्स का एक आसान कैच छोड़ दिया, जिससे भारतीय खेमे में थोड़ी निराशा हुई. हालांकि, इंग्लैंड के लिए जेमी स्मिथ ने डीआरएस (DRS) का सफलतापूर्वक उपयोग किया जब प्रसिद्ध कृष्णा की एक एलबीडब्ल्यू (LBW) अपील को अंपायर ने आउट करार दिया था, लेकिन बॉल ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद स्टंप्स के ऊपर से निकल जाती.
भारत का दबदबा
दिन की शुरुआत से ही भारत ने मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी. इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे. भारत की यह ऐतिहासिक जीत न केवल टीम के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली है, बल्कि यह विदेशी धरती पर भारतीय क्रिकेट के बढ़ते दबदबे को भी दर्शाती है.
इस जीत के साथ, भारत ने सीरीज में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और अगले मैचों के लिए भी अपनी दावेदारी पेश कर दी है.