
भारत ने रचा इतिहास! पाकिस्तान को फाइनल में हरा बना एशिया कप 2025 का चैंपियन
India vs Pakistan Cricket: यह पहली बार था, जब भारत और पाकिस्तान एशिया कप के फाइनल में आमने-सामने थे। भारत ने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि एक बार फिर दिखा दिया कि बड़े मैचों में उसकी पकड़ सबसे मज़बूत है।
Asia Cup 2025 Final: भारत ने एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। दुबई में खेले गए इस रोमांचक फाइनल में भारत ने 147 रन का लक्ष्य दो गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया। यह भारत की नौवीं एशिया कप जीत है और वह अब इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम बन चुकी है।
मैच का हीरो: तिलक वर्मा
भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा ने मुश्किल समय में शानदार पारी खेली और टीम को जीत दिलाई। उन्होंने 53 गेंदों में नाबाद 69 रन बनाए। इस पारी में 3 चौके और 4 छक्के शामिल थे। जब टीम संकट में थी, तब उन्होंने संजू सैमसन** और शिवम दुबे के साथ अहम साझेदारियां निभाईं।
भारत की खराब शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने सिर्फ 20 रन पर 3 विकेट गंवा दिए। अभिषेक शर्मा (5 रन), सूर्यकुमार यादव (1 रन) और शुभमन गिल (12 रन) जल्दी आउट हो गए। इसके बाद तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने चौथे विकेट के लिए 57 रन जोड़े। फिर तिलक और शिवम दुबे ने पांचवें विकेट के लिए 60 रन जोड़कर मैच भारत की ओर मोड़ दिया। आखिरी ओवर में भारत को 10 रन चाहिए थे और तिलक ने पहले छक्का और फिर सिंगल लेकर मैच का अंत शानदार ढंग से किया। रिंकू सिंह ने चौका लगाकर जीत की मुहर लगाई।
गेंदबाज़ी में कुलदीप यादव का जलवा
भारत ने पहले गेंदबाज़ी करते हुए पाकिस्तान को 19.1 ओवर में 146 रन पर ऑलआउट कर दिया। कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट लिए। उन्होंने एक ही ओवर में 3 विकेट चटकाए, जिससे पाकिस्तान की पारी बिखर गई। बाकी गेंदबाज़ अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती और जसप्रीत बुमराह ने 2-2 विकेट लिए।
पाकिस्तान की पारी का हाल
साहिबजादा फरहान (38 गेंदों में 57 रन) और फखर ज़मान (35 गेंदों में 46 रन) ने पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 84 रन की साझेदारी की।
लेकिन इसके बाद पाकिस्तान की पारी अचानक गिरने लगी। अगली 62 रनों में 9 विकेट गिर गए। कप्तान सलमान आगा (8) और हुसैन ललत (1) जैसे बल्लेबाज़ कुछ खास नहीं कर पाए। कुल मिलाकर पाकिस्तान के 7 बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।