
महिला विश्व कप में भारत की रिकॉर्ड चेज़, ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से मात
जेमिमा रॉड्रिग्स के नाबाद 127 और हरमनप्रीत कौर के 89 रनों की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर महिला वनडे विश्व कप फाइनल में जगह बनाई।
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में गुरुवार (30 अक्टूबर) की शाम भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास का एक यादगार अध्याय लिखा गया। नन्ही कदकाठी वाली लेकिन दृढ़ हौसलों की मिसाल जेमिमा रॉड्रिग्स ने अपने करियर की सबसे शानदार पारी खेलते हुए 134 गेंदों में नाबाद 127 रन बनाए और भारत को महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुँचा दिया।भारत ने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर टूर्नामेंट की सबसे बड़ी रिकॉर्ड चेज़ पूरी की।
रिकॉर्ड रन चेज़ से ऑस्ट्रेलिया को झटका
339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 48.3 ओवर में 341/5 का स्कोर बनाकर मैच जीत लिया।जेमिमा ने 14 चौकों से सजी अपनी पारी के दौरान अंत तक मोर्चा संभाले रखा। कप्तान हरमनप्रीत कौर (89 रन, 88 गेंदें, 10 चौके, 2 छक्के) के साथ उनकी 167 रनों की साझेदारी ने भारत को मजबूत आधार दिया और ऑस्ट्रेलिया की 15 मैचों की अजेय श्रृंखला को खत्म कर दिया।यह महिला वनडे इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सफल लक्ष्य रहा।
खुशी के आँसू और यादों की जीत
बीते कई टूर्नामेंटों में जीत के करीब आकर भारत हारता रहा, लेकिन इस बार टीम ने इतिहास पलट दिया।मैच के बाद जेमिमा और हरमनप्रीत की आँखों से खुशी के आँसू छलक उठे।अब रविवार को नवी मुंबई में होने वाले फाइनल में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा यानी टूर्नामेंट को नया विजेता मिलेगा।
हरमनप्रीत का नेतृत्व और जेमिमा की जुझारू पारी
दूसरे ही ओवर में जब भारत ने एक विकेट गंवाया और फिर 10वें ओवर में स्मृति मंधाना (24) आउट हो गईं, तब स्कोर था 59/2।मगर हरमनप्रीत और जेमिमा ने संयम और आत्मविश्वास से खेलते हुए रन रेट पर नियंत्रण रखा।जैसे-जैसे वे टिकती गईं, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का दबाव घटता गया।हरमनप्रीत ने गार्डनर और मैक्ग्रा पर बेहतरीन कवर ड्राइव से छक्के जड़े।शाम को ओस पड़ने से बल्लेबाजी और आसान हो गई।
33वें ओवर में जेमिमा को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने जीवनदान दे दिया जब वे 82 पर थीं। बाद में 106 पर उन्हें दूसरा जीवनदान मिला।थकी हुई जेमिमा अंत में घुटनों पर बैठ जातीं, लेकिन दर्शकों के उत्साह से प्रेरित होकर उन्होंने हार नहीं मानी।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज़ी और लिचफील्ड का तूफ़ान
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 338 रन बनाए।फीबी लिचफील्ड ने शानदार 119 रन (77 गेंदों में) बनाए, जिसमें 17 चौके और 3 छक्के शामिल थे।उनका साथ दिया अनुभवी एलिस पेरी (77) और ऐशली गार्डनर (63) ने।लिचफील्ड और पेरी के बीच दूसरे विकेट के लिए 155 रन की साझेदारी हुई।
भारत की ओर से श्री चरणी (2/49) ने बेथ मूनी (24) और एनाबेल सदरलैंड (3) को आउट कर टीम को राहत दी, जिससे ऑस्ट्रेलिया और बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
स्मृति मंधाना की निराशा और शैफाली का छोटा सफर
भारत की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने दो चौके और एक छक्का लगाया, लेकिन डीआरएस पर पकड़ी गईं।वहीं शैफाली वर्मा, जो एक साल बाद पहली बार वनडे खेल रहीं थीं, केवल 5 गेंदों में दो चौके लगाने के बाद किम गार्थ की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं।
भारत का सपना अब एक कदम दूर
इस जीत के साथ भारत ने न केवल इतिहास रचा बल्कि ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत को भी तोड़ा।जेमिमा रॉड्रिग्स की यह पारी भारतीय महिला क्रिकेट के स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगी नन्ही मगर निडर, जिसने पूरे देश को गर्व से भर दिया।भारत ने 339 रनों का लक्ष्य 48.3 ओवर में 341/5 बनाकर पार किया।जेमिमा रॉड्रिग्स (127*) और हरमनप्रीत कौर (89) की शानदार साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया की 15 मैचों की अजेय श्रृंखला समाप्त की और भारत को विश्व कप फाइनल में पहुँचा दिया।




