पिता के सपनों का इंजीनियर तो नहीं, देश का बेहतरीन क्रिकेटर बन गया यह छोरा
भारतीय टीम में भी एक ऐसा ही खिलाड़ी है, जिनके पिता उनको इंजीनियर बनाना चाहते थे, लेकिन आज वह भारतीय टीम के धाकड़ बेट्समैन हैं.
KL Rahul: हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा बड़ा होकर डॉक्टर, इंजीनियर बने. लेकिन हर किसी की नियति में ऐसा नहीं लिखा होता है. वह जो बचपन में चाहते हैं, बड़े होकर नहीं बन पाते हैं. भारतीय टीम में भी एक ऐसा ही खिलाड़ी है, जिनके पिता उनको इंजीनियर बनाना चाहते थे, लेकिन आज वह भारतीय टीम के धाकड़ बेट्समैन हैं. इनको दुनिया केएल राहुल के नाम से जानती है.
राहुल का जन्म साल 18 अप्रैल 1992 को हुआ था. इस खिलाड़ी के पिता डॉक्टर लाकेश इंजीनियर और मां राजेश्वरी प्रोफेसर हैं. केएल के पिता राहुल को इंजीनियर बनाना चाहते थे, लेकिन उनका मन क्रिकेट में लगता था. हालांकि, वह पढ़ाई में भी काफी अच्छे थे. लेकिन उनकी किस्मत तो पहले ही तय कर चुकी थी कि उनको क्रिकेट मैदान में धमाल मचाना है. इसके बाद 11 साल की उम्र से ही राहुल ने क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और जमकर मेहनत करने लगे. साल 2010 में उन्होंने कर्नाटक की तरफ से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलना शुरू किया.
राहुल ने भारतीय टीम की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2014 में डेब्यू किया. वहीं, साल 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे और टी20 में डेब्यू किया था. उनके नाम 50 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में 2 हजार 863 रन हैं. वहीं, 75 वनडे मैचों में 2,820 और 72 टी20 मैचों में 2,265 रन हैं. इसी मेहनत के दम पर राहुल आज टीम इंडिया के बेहतरीन बल्लेबाज और आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के कप्तान भी हैं.