सिंगल डिजिट में सिमटे बड़े खिलाड़ी, मेलबर्न में बेड़ागर्क
Melbourne test match: मेलबर्न टेस्ट मैच को ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम कर लिया है। इस मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाज फिसड्डी साबित हुए।
Melbourne Test Match: के एल राहुल जीरो रन, विराट कोहली 5 रन और रोहित शर्मा 9 रन। टीम इंडिया के ये तीन दिग्गज खिलाड़ी दूसरी पारी में महज इतने ही रन का योगदान दे सके। मेलबर्न टेस्ट कहें या बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच, नतीजा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में रहा। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में कुल चार मैच खेले जा चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया की टीम 2-1 से आगे है। इसका अर्थ यह हुआ है कि सीरीज में हार से बचने के लिए सिडनी मैच को किसी की कीमत पर ऑस्ट्रेलिया से जीतना ही होगा। सिडनी में जीत से सीरीज पर भारत कब्जा तो नहीं कर पाएगा। लेकिन ट्रॉफी बराबरी पर छूटेगी।
क्रिकेट के जानकार कहते हैं कि वैसे चौथी पारी में 340 रन का टारगेट आसान नहीं होता। लेकिन मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच में कुछ उम्मीद नजर आ रही थी कि भारत का शीर्ष क्रम बेहतर खेल दिखाएगा। यशस्वी जायसवाल एक छोर पर डट कर 88 रन का योगदान दिया। लेकिन दूसरे छोर से जिस तरह से सहयोग मिलना चाहिए था वो नहीं मिला। भारत को 92 ओवर में इस टारगेट का पीछा करना था। एक समय ऐसा लगा कि यह मैच ड्रा की तरफ आगे बढ़ रहा है। लेकिन ना तो विराट कोहली, ना के एल राहुल, ना नीतीश कुमार रेड्डी, ना रविंद्र जडेजा और ना ही कप्तान रोहित शर्मा बेहतर खेल दिखा सके। यानी कि ये पांचों खिलाड़ी तू चल मैं आता हूं मुहावरे पर फिट नजर आए। ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई टीम के टेलेंडक स्कॉट बोलैंड और नाथन लॉयन से सीख ले सकते थे जिन्होंने 20 ओवर्स तक बल्लेबाजी की थी।
कप्तान रोहित शर्मा फ्लिक शॉट मारने के प्रयास में पैट कमिंस की बॉल पर आउट हुए। के एल राहुल जिस रक्षात्मक तरीके से खेल रहे थे उसकी तारीफ हो रही थी। लेकिन कमिंस ने उनका भी विकेट ले लिया। इसके बाद विराट कोहली सिर्फ पांच रन बना सके और मिचेल की गेंद पर कैच आउट हो गए। पिछले मैच में जिस तरह से वो आउट हुए ठीक वैसे ही ऑफ स्टम्प से बाहर जाती बॉल पर आउट हो गए। यशस्वी जायसवाल के साथ ऋषभ पंत ने पारी को बढ़ाया। 104 गेंद खेलकर 30 रन भी बनाए। लेकिन धैर्य खोये और विकेट भी गंवा दी। ऋषभ के बाद उम्मीद रवींद्र जडेजा और नीतीश रेड्डी से थी। लेकिन यशस्वी का साथ नहीं दे सके। 9 रन के भीतर 3 विकेट गंवा दिये जिसमें यशस्वी जायसवाल शामिल थे। हालांकि अंपायर के फैसले पर सवाल भी उठ रहे हैं।