गोल्ड ना सही कांस्य ही मिल जाए, हरमन प्रीत ने कही दिल छूने वाली बात
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गोल्ड ना सही कांस्य ही मिल जाए, हरमन प्रीत ने कही दिल छूने वाली बात

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम भले ही फाइनल में जगह नहीं बना सकी। लेकिन कांस्य जीतने की उम्मीद कायम है।


पेरिस ओलंपिक में फ्री स्टाइल कुश्ती में जहां विनेश फोगाट और जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा फाइनल में पहुंचे। वहीं भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि अभी भी कांस्य की उम्मीद कायम है। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वैसे तो टीम गोल्ड कब्जा करने के लिए आई थी। लेकिन खाली हाथ लौटने से बेहतर है कि हम कांस्य को अपनी झोली में कर भारत लौटें। हरमनप्रीत सिंह के इस बयान ने निराशा तोड़ने की कोशिश की है जो सेमीफाइल में जर्मनी के हाथों मिली हार के बाद फैल गई थी।

भारत ने 44 साल में पहली बार ओलंपिक के हॉकी फाइनल में प्रवेश करने का सुनहरा मौका गंवा दिया, क्योंकि पेरिस में खेलों के अंतिम-चार के एक करीबी मुकाबले में उसे जर्मनी से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। भारत अब कांस्य पदक के लिए स्पेन से भिड़ेगा, जबकि जर्मनी का सामना नीदरलैंड से होगा।

मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, "यह बेहद निराशाजनक है, क्योंकि हम यहां स्वर्ण पदक जीतने आए थे। लेकिन, यह कहने के बाद भी, कुछ न जीतने से कांस्य पदक लेकर घर लौटना बेहतर है।" कप्तान ने कहा, "जब आप सेमीफाइनल गेम में हार जाते हैं, तो इसे स्वीकार करना इतना आसान नहीं होता, क्योंकि फाइनल में पहुंचना किसी भी एथलीट का सपना होता है।" कांस्य पदक मैच पर ध्यान दें।अपने शानदार करियर के आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेल रहे भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने कहा, "यह हमारे लिए दिल तोड़ने वाली हार है। हमारे पास स्वर्ण जीतने का मौका था, लेकिन अब हमें इस सेमीफाइनल को भूलकर कांस्य पदक मैच पर ध्यान देना होगा।"

भारत के कोच क्रेग फुल्टन ने भी हार के बाद दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "हमें निराशा है कि हम जीत नहीं सके। हमने शानदार मैच खेला और अंत तक कड़ी मेहनत की।" डिफेंस में गलतियां, कुछ मौके गंवाए हरमनप्रीत और श्रीजेश दोनों इस बात पर सहमत थे कि टीम ने कुछ गलतियां कीं, जिसका खामियाजा उन्हें अंत में भुगतना पड़ा। सातवें मिनट में गोल करके भारत को बढ़त दिलाने वाले हरमनप्रीत ने कहा, "हमने डिफेंस में कुछ गलतियां कीं और कुछ मौके गंवाए।" श्रीजेश ने कहा, "हम मैच के दौरान ऐसी मूर्खतापूर्ण गलतियां नहीं कर सकते। हम प्रतिद्वंद्वी के हाफ में प्रभाव नहीं डाल सके।" केरल के इस अनुभवी खिलाड़ी ने राष्ट्रीय टीम के साथ अपने अंतिम मैच में अपने बारे में बनी हाइप को कमतर आंका। श्रीजेश ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरी स्थिति से ज्यादा टीम महत्वपूर्ण है। बस इसे भूल जाओ और अगला मैच बेहतर तरीके से खेलो, अगले मैच में वापसी करो।


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