अब भी मेडल की उम्मीद कायम, अखाड़े के बाद अब विनेश की कानूनी लड़ाई
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अब भी मेडल की उम्मीद कायम, अखाड़े के बाद अब विनेश की कानूनी लड़ाई

रेसलर विनेश फोगाट ने सिल्वर मेडल को संयुक्त रूप से दिए जाने के लिए खेल पंचाट में अपील की है। बता दें ति 15 मिनट वाले नियम और 100 ग्राम अधिक वजन की वजह से अयोग्य घोषित हुई थीं.


Vinesh Phogat News: 50 किग्रा फ्री स्टाइल कुश्ती में विनेश फोगाट का मेडल जीतने का सपना इस वजह से नहीं टूटा कि वो अपना मैच हार गईं थीं। बल्कि 100 ग्राम अधिक वजन की वजह से पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित हुईं। उन्होंने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। हालांकि उनके ताऊ महावीर फोगाट कहते हैं कि विनेश जब हिंदुस्तान आएंगी तो वो संन्यास के फैसले को बदलने के लिए कहेंगे। इन सबके बीच विनेश का मामला इंटरनेशन स्पोर्ट्स ट्रिब्यूनल के सामने है। उनके लिए खुद दुनिया के सबसे मशहूर वकील हरीश साल्वे पैरवी कर रहे हैं। विनेश ने सिल्वर मेडल संयुक्त रूप से दिए जाने की अपील की है।

क्या है खेल पंचाट न्यायालय
खेल पंचाट न्यायलय का गठन 1984 में किया गया था। इसका मकसद खेलों से जुड़े विवादों का निपटारा करना था। अदालत का मुख्यालय स्विटजरलैंड के लॉजेन में है। यह स्वतंत्र तौर पर काम करता है और इसके अधिकार क्षेत्र में एथलीट, कोच, खेल महासंघों से जुड़े मामले आते हैं। इसमें 87 देशों के 300 से एक्सपर्टस कानूनी विवादों के निपटारे का काम करते हैं। सीएएस में हर वर्ष करीब 300 केस दर्ज किए जाते हैं। खास बात यह है कि सीएएस का फैसला हर पक्ष को मानना होता है।

15 मिनट, 100 ग्राम और अयोग्यता
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती नियम के चैप्टर तीन के अध्याय में बताया गया है कि सभी प्रतिभागियों को संबंधित भार वर्ग में वजन देना होगा। वेट इन यानी भार देने और मेडिकल प्रक्रिया में कुल 30 मिनट लगते हैं। दूसरे दिन भार मापने की प्रक्रिया में रेपचेज और फाइनल में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को देना होता है और यह महज 15 मिनट का होता है। विनेश फोगाट 15 मिनट की प्रक्रिया से गुजरीं लेकिन उनका वजन 50 किग्रा से 100 ग्राम अधिक आ गया था।

हरीश साल्वे ने संभाली कमान
विनेश फोगाट के लिए कुल चार वकील लड़ेंगे जिसमें हरीश साल्वे का नाम शामिल है.इस तरह की जानकारी सामने आ रही है कि विनेश यह तर्क दे सकती हैं ति नियमों के तहत उन्होंने पहले दिन तीनों मुकाबले जीते थे। दूसरा ये कि उन्हें अयोग्य पहले दिन ठहराया गया था जबकि पहले दिन वाले सभी मुकाबलों को जीत गई थीं। लिहाजा सिल्वर मेडल के लिए संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाए।

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