आप चैंपियनों के चैंपियन हो, पीएम मोदी ने विनेश को दी हिम्मत
x

आप चैंपियनों के चैंपियन हो, पीएम मोदी ने विनेश को दी हिम्मत

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज की असफलता दुःख देती है, लेकिन विनेश आप चैंपियनों की चैंपियन हैं. विनेश फौगाट के ताऊ महावीर फौगाट ने कहा कि ये बड़े दुःख की बात है लेकिन ये नियम हैं, कुछ नहीं किया जा सकता.


Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक्स में 50 किलोग्राम वर्ग महिला कुश्ती में भारत को गोल्ड मिलने की उम्मीद कुछ ऐसे टूटी जिसके बारे में सपने में किसी ने कल्पना नहीं की थी. दरअसल विनेश फौगाट का वजन महज 100 ग्राम ज्यादा पाए जाने की वजह से उन्हें अयोग्य करार कर दिया गया, जिसकी वजह से उन्हें फाइनल प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया है. इस निर्णय की वजह से देशभर में निराशा और नाराज़गी का माहौल है. हर कोई अपने अनुसार तर्क दे रहे हैं.


रिपोर्ट के अनुसार ये बताया गया है कि पहलवान का वजन निर्धारित सीमा से लगभग 100 ग्राम अधिक पाया गया था, जिसके कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है. प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, फोगट सिल्वर मेडल के लिए भी पात्र नहीं होंगी और 50 किलोग्राम में केवल गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल विजेता ही भाग लेंगे. बता दें कि मंगलवार के मुकाबलों के लिए वजन तय किया गया था.


पेरिस ओलंपिक्स के लिए टीम इंडिया के नाम से 'X' पर बने अकाउंट में लिखा गया कि ''ये खेदजनक है कि भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगट के अयोग्य घोषित होने की खबर साझा करता है. रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक था. इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी. भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है. वो आगे की प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेगा.


महावीर फोगाट
विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 से अयोग्य होने के बाद उनके ताऊ महावीर फोगाट ने नम आंखों से कहा कि इस खबर ने पूरे देश का दिल तोड़ दिया है. कई बार रात को खाना खाने की वजह से भी वजन बढ़ सकता है, लेकिन अब इसका कोई हल भी नहीं है. हालांकि इससे पहले अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है. आगे हम और ज्यादा मेहनत करेंगे. इसको लेकर मैं कोई अपील नहीं करना चाहता हूं.

प्रधानमंत्री ने बढ़ाया हौसला
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. आज की असफलता दुख देती है. काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूँ. साथ ही, मैं जानता हूँ कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं. चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है. और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं.



Read More
Next Story