India vs Australia: जसप्रीत बुमराह की धमाकेदार पारी, पर्थ में इतिहास रचने की कगार पर भारत
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India vs Australia: जसप्रीत बुमराह की धमाकेदार पारी, पर्थ में इतिहास रचने की कगार पर भारत

भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में कमाल कर दिया.


Border Gavaskar Trophy: भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में कमाल कर दिया. इंडिया ने पहली पारी में 150 रन बनाए थे और जीत दूर निकलते जा रही थी. तब भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के रथ को रोक दिया और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया 67 रन पर 7 विकेट खो चुका था.

बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से डेब्यू करने वाले ओपनर नाथन मैकस्वीनी का विकेट लिया. इसके बाद लगातार गेंदों पर उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ को आउट किया और आखिर में दिन के अंत में कप्तान पैट कमिंस को भी आउट कर दिया. इस दौरान मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा ने भी उनका शानदार साथ दिया. इससे पहले भारत की तरफ से डेब्यू करने वाले नितीश रेड्डी की 41 रनों की पारी की बदौलत भारत ने 150 रन बनाए जबकि जोश हेजलवुड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार विकेट लिए.

पहले दिन गिरे 17 विकेट

यह मैच, जिसे दो खराब फॉर्म में चल रहे बल्लेबाजों के बीच मुकाबला माना जा रहा था, कम से कम पहले दिन तो भविष्यवाणी सच साबित हुई, जिसमें 17 विकेट गिरे. भारत के कार्यवाहक कप्तान ने सभी को आश्चर्यचकित करते हुए, घास से ढकी पिच पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जिससे अच्छी सीम मूवमेंट और मिडरिफ हाई बाउंस मिल रहा था. लेकिन भारतीय लाइन-अप में न तो युवा और न ही अनुभवी खिलाड़ी इस काम के लिए तैयार थे.

पदार्पण कर रहे नितीश रेड्डी के 41 रन और ऋषभ पंत के 37 रन (जिसमें एक अविश्वसनीय छक्का भी शामिल था) की बदौलत भारत 49.4 ओवर में 150 रन तक पहुंच गया. जोश हेजलवुड (29 रन पर 4 विकेट), मिशेल स्टार्क (11 ओवर में 14 रन पर 2 विकेट), पैट कमिंस (15.4 ओवर में 67 रन पर 2 विकेट) और मिशेल मार्श (5 ओवर में 12 रन पर 2 विकेट) ने मिलकर टीम को जीत दिलाई.

ऑस्ट्रेलिया की टीम जब जवाब देने उतरी तो उसके पास बुमराह (10 ओवर में 4/17) की बेहतरीन गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था. पहली पारी में कम स्कोर का बचाव करना एक व्यक्ति के बस की बात नहीं है और मोहम्मद सिराज (9 ओवर में 2/17) और डेब्यू करने वाले हर्षित राणा (8 ओवर में 1/33) ने अपने कप्तान का साथ दिया.

पदार्पण कर रहे नाथन मैकस्वीनी (10) को निप-बैकर मिला और डीआरएस ने उन्हें LBW करार दिया. स्टीव स्मिथ को गोल्डन डक का सामना करना पड़ा. उस्मान ख्वाजा (8) को बुमराह ने राउंड द विकेट आउट करके क्रीज पर जमने का मौका दिया. विराट कोहली, जिन्होंने पहले मार्नस लाबुशेन (52 गेंदों पर 2 रन) का कैच छोड़ा था, ने इस पर कोई गलती नहीं की. लेकिन खराब फॉर्म में चल रहे स्टीवन स्मिथ (0) को पहली ही गेंद पर मुश्किल गेंद मिली, जो तेजी से उछलकर सामने की ओर गई और सीधे बल्ले पर जाकर फंस गई. बुमराह ने जब लय हासिल की तो पदार्पण कर रहे हर्षित ने अपनी तेज गेंदबाजी से मिडिल स्टंप पर गेंद डाली, जिससे ट्रेविस हेड (11) आगे की ओर बढ़े. लेकिन गेंद ऑफ-बेल को उखाड़ने में सफल रही.

आस्ट्रेलिया का स्कोर 31 रन पर 4 विकेट था. लाबुशेन को यह पारी शुरू करने में 24 गेंदें लगीं और इस दौरान उन्हें उत्तेजित सिराज से कुछ तीखी बातें भी सुननी पड़ीं. इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने मिशेल मार्श की ओर एक गेंद फेंकी, जिसे केएल राहुल ने शानदार तरीके से कैच कर लिया और फिर इन-कटर से लाबुशेन की 52 गेंदों की पीड़ा को समाप्त कर दिया. इसके बाद बुमराह ने दिन का अपना अंतिम स्पैल खेला और विरोधी कप्तान को आउट कर भारत ने मैच पर नियंत्रण बना लिया. रेड्डी का धैर्य और पंत का संक्षिप्त साहस ही अनुशासित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र बचाव था.

पंत-रेड्डी साझेदारी

पंत और रेड्डी ने 48 रन जोड़े थे, जब प्रतिद्वंद्वी कप्तान कमिंस ने एक स्किवर छोड़ दिया था, उन्होंने फुलर गेंद को सीधा किया, जिससे बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपना बल्ला बंद कर लिया और गेंद का मोटा किनारा दूसरी स्लिप में चला गया. पंत और रेड्डी ही दो ऐसे खिलाड़ी थे, जो वापसी करने के इरादे से आए थे. शीर्ष क्रम में केएल राहुल (74 गेंदों पर 26 रन) ने विवादास्पद कैच आउट के फैसले से पहले कड़ी मेहनत की. यशस्वी जायसवाल (0) और देवदत्त पडिक्कल (0) जैसे युवा बल्लेबाज स्टार्क और जोश हेजलवुड की शानदार गेंदबाजी के दौरान पूरी तरह से लय में नहीं दिखे.

विराट कोहली (5) हेज़लवुड की शॉर्ट बॉल पर आउट हो गए. स्टार भारतीय बल्लेबाज़ गेंद की लाइन से अपना बल्ला नहीं हटा पाए और गेंद किनारे से निकलकर रेगुलेशन स्लिप में चली गई. राहुल ने इस कोर्स के दौरान मूल बातों का पालन किया - शरीर में आती गेंद को खेला और बाकी सभी गेंदों को लंबाई से छोड़ दिया. वह तब आउट हुए, जब अपने दूसरे स्पैल के लिए लौटे स्टार्क ने एक गेंद को थोड़ा आगे बढ़ाया और स्निको ने डिफ्लेक्शन दिखाया. हालांकि, बल्लेबाज ने कहा कि जब गेंद किनारे से गुजरी थी, उसी समय उनका बल्ला पैड से टकराया था.

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