जो किया उससे और बेहतर कर सकते हैं, संजू ने खेली थी आतिशी पारी
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जो किया उससे और बेहतर कर सकते हैं, संजू ने खेली थी आतिशी पारी

बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टी 20 में संजू सैमसन ने शानदार बल्लेबाजी की थी। अब उनका कहना है कि वो और बेहतर कर सकते थे।


Sanju Samson News: बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद में टीम इंडिया टी20 सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच खेल रही थी। इस मैच में भी जीत के साथ 3-0 से भारतीय टीम ने बांग्लादेश को हरा दिया। इस मैच में रिकॉर्ड्स की झड़ी लग गई। लेकिन सबसे अधिक किसी ने ध्यान आकर्षित किया तो वो संजू सैमसन थे। सैमसन ने आठ छक्कों और 11 चौकों की मदद से केवल 47 गेंदों पर 111 रन बनाए और साथ ही किसी भारतीय द्वारा दूसरा सबसे तेज टी20 शतक भी बनाया। संजू सैमसन की अपार प्रतिभा के बारे में कहा जाता रहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार नहीं निखर पाई है। लेकिन वह बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में कमाल कर दिखाया। वो खुद भी कह रहे हैं कि उन्हें लगता है कि वह और बेहतर कर सकते हैं।

पूरी टीम का समर्थन मिला
सैमसन के शतक की बदौलत भारत ने 297/6 का रिकार्ड स्कोर बनाया, जो इस प्रारूप में उसका अब तक का सर्वोच्च और कुल मिलाकर दूसरा सर्वोच्च स्कोर है। संजू कहते हैं कि वो बहुत खुश हैं टीम के साथी भी खुश है। सभी को लगता है कि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन इतने सारे खेल खेलने के बाद मुझे पता है कि दबाव और अपनी असफलताओं से कैसे निपटना है क्योंकि मैं बहुत बार असफल हुआ हूँ। बस ध्यान प्रक्रिया पर था और यह जानना था कि आप अच्छा करेंगे।अपने देश के लिए खेलते हुए दबाव तो था। लेकिन अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था और दिखाना चाहता था। लेकिन मैंने फिर भी इसे बुनियादी रखा और एक गेंद (एक बार में) जीतना चाहता था।सैमसन ने कहा कि उन्हें टीम नेतृत्व का पूरा समर्थन मिला है।

मुझे आजादी मिली, किसी तरह का दबाव नहीं
सैमसन कहते हैं कि टीम के कैप्टन बताते हैं कि चाहे कुछ भी हो, वे मेरा समर्थन करेंगे। सिर्फ़ शब्दों में ही नहीं, बल्कि कामों में भी। पिछली सीरीज़ में मैं दो बार शून्य पर आउट हो गया था और यह सोचकर केरल वापस चला गया था कि क्या होगा, लेकिन मैं यहाँ हूँ।"अपने प्रभावशाली बल्लेबाजी प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन का श्रेय मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव को दिया।

कप्तान और कोच ने जिस तरह की आज़ादी दी है, वह पूरे समूह के लिए शानदार है। दिन के अंत में अगर आप खेल का आनंद ले सकते हैं तो आप खुद से अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।"सूर्यकुमार ने कहा कि हमारा जोर एक “निस्वार्थ” टीम बनाने पर रहा है। वो चाहते थे कि निस्वार्थ क्रिकेटर हों और मैं एक निस्वार्थ टीम बनना चाहता था, जो एक-दूसरे के प्रदर्शन का आनंद ले। यह सौहार्दपूर्ण माहौल अब सामने आ रहा है। सूर्यकुमार ने कहा, "गौती भाई (गौतम गंभीर) ने भी सीरीज से पहले यही कहा था कि कोई भी टीम से बड़ा नहीं है, चाहे आप 49 या 99 पर हों, आपको गेंद को मैदान से बाहर मारना होगा।

खेल के सबसे छोटे प्रारूप में 50 विकेट पूरे करने वाले भारतीय स्पिनर रवि बिश्नोई ने कहा कि टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है।स्वस्थ प्रतिस्पर्धा अच्छा दबाव है लेकिन वो दबाव में नहीं थे। लेकिन मुझे जो मौका मिला, उसे मैं जाने नहीं देना चाहता था।"हारने वाले कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो ने कहा कि बांग्लादेश को सुधार के लिए घरेलू पिचों में बदलाव करना होगा। हमें खुद पर भरोसा रखना होगा कि हम किसी भी टीम से मुकाबला कर सकते हैं। हमें अपने घरेलू विकेट बदलने होंगे और खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेनी होगी।

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