भारत-पाकिस्तान मैच पर सियासी संग्राम: शिवसेना (UBT) बनाम भाजपा
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भारत-पाकिस्तान मैच पर सियासी संग्राम: शिवसेना (UBT) बनाम भाजपा

भारत बनाम पाकिस्तान मैच से भाजपा-उद्धव ठाकरे के बीच नया विवाद शुरू, दुबई में होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले राजनीति गरमा गई


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Shivsena UBT On India Pakistan Match : दुबई में रविवार (14 सितंबर) को होने वाले भारत-पाकिस्तान मैच ने एक बार फिर राजनीतिक तकरार को जन्म दे दिया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) और भाजपा के बीच इस मुकाबले को लेकर तीखी बयानबाज़ी हो रही है। शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपने पिता और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की सोच को दोहराते हुए कहा, “जब खून और पानी साथ नहीं बह सकते, तो खून और क्रिकेट कैसे साथ चल सकते हैं?”


भाजपा का पलटवार

महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि जो भाजपा पर देशभक्ति बेचने का आरोप लगा रहे हैं, वे यह बताएं कि “मुंबईकरों का सिंदूर” प्रधानमंत्री कार्यालय भेजे जा रहे सिंदूर से कमतर कैसे है।

उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि 26/11 हमलों के समय सेना कार्रवाई को तैयार थी, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस सरकार पीछे हट गई, जिससे पाकिस्तान का मनोबल बढ़ा।

“आज वही कांग्रेस उद्धव ठाकरे की सबसे पसंदीदा पार्टी है, जबकि नरेंद्र मोदी, जिन्होंने पाकिस्तान को उसके घर में सबक सिखाया, उन्हें उद्धव अस्वीकार्य मानते हैं,” उपाध्याय ने कहा।


राहुल गांधी पर चुप्पी का सवाल

भाजपा प्रवक्ता ने ठाकरे से पूछा कि 26/11 के बाद उन्होंने आवाज़ क्यों नहीं उठाई।

“आप हमेशा कहते हैं ‘मुंबई हमारी है’, लेकिन हमले के बाद आप खामोश क्यों रहे? क्या आपके पास इतना साहस है कि राहुल गांधी से सवाल पूछ सकें?” उन्होंने तंज कसा।

उपाध्याय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में पाकिस्तान ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साजिशें रचीं और मुंबई भी उसका शिकार बना। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा दिया था। अब वही कांग्रेस उद्धव ठाकरे की पसंदीदा पार्टी बन गई है।”


उद्धव ठाकरे का रुख

उद्धव ठाकरे ने घोषणा की कि शिवसेना (UBT) की महिला कार्यकर्ता सिंदूर इकट्ठा कर प्रधानमंत्री को भेजेंगी, ताकि सरकार को अपनी जिम्मेदारियों की याद दिलाई जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता ने पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद से मुलाकात के दौरान स्पष्ट कह दिया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद नहीं रोकता, तब तक क्रिकेट असंभव है।

भारत और पाकिस्तान मई में सीमा पर हुए संघर्ष और पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार आमने-सामने होंगे। 22 अप्रैल के इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की थी।

केंद्र सरकार की खेल नीति के अनुसार भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं खेलेगा, लेकिन एशिया कप और आईसीसी जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट में मुकाबले जारी रहेंगे।


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