T20 World Cup SemiFinals: जानें, भारत करेगा हिसाब बराबर या इंग्लैंड रचेगा इतिहास
टी20 विश्व कप में अब भारत को इंग्लैंड के सामने ला खड़ा किया है. एक ऐसे टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में, जिसे भारत ने साल 2007 के बाद से नहीं जीता है.
India vs England: टी20 विश्व कप में अब भारत को इंग्लैंड के सामने ला खड़ा किया है. एक ऐसे टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में, जिसे भारत ने साल 2007 के बाद से नहीं जीता है. भारत ने 19 महीने पहले ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में ड्रॉ के माध्यम से अपना रास्ता बनाया था और लगातार जीत के साथ सेमीफाइनल तक पहुंचा था. हालांकि, जोस बटलर की टीम ने भारत को रास्ते में ही रोक दिया. इंग्लैंड की दस विकेट की शानदार जीत ने भारतीय टीम की वास्तविक परीक्षा ली थी.
साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में हुए 50 ओवर के विश्व कप के क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बनाने में इंग्लैंड की असमर्थता ने निडरता और उन्मुक्त सकारात्मकता पर आधारित एक क्रांतिकारी दृष्टिकोण को जन्म दिया. साल 2019 में अपने घरेलू मैदान पर इंग्लैंड ने आखिरकार 50 ओवर के विश्व कप में अपनी हार का सिलसिला तोड़ा और तीन साल बाद उन्होंने दूसरी बार टी20 विश्व कप जीता.
हार के बाद भारत का मेकओवर
एडिलेड 2022 ने भारतीय क्रिकेट के लिए भी कुछ ऐसा ही किया. भारत ने टी20 प्रारूप की मांग के अनुरूप क्रिकेट खेली. भारत ने दो टी20 विश्व कप के बीच के अंतराल का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग किया. संसाधनों की पहचान की और उनका भरपूर समर्थन किया. उन्हें अपनी भूमिका में ढलने का मौका दिया. यह विश्वास दिलाया कि खेल की योजनाओं पर कायम रहने पर विफलता के साथ-साथ हार का सामना नहीं करना पड़ेगा. अब तक केवल बातें करने वाला भारत पिछले डेढ़ साल से इस पर अमल भी कर रहा है, जिसने उन्हें प्रतियोगिता के इस चरण में एक फॉर्म में ला खड़ा किया है, जिसे हराना मुश्किल है.
भारत ने सभी छह मैचों में चार ऑलराउंडरों को मैदान में उतारा है. उनमें से दो सीम-अप गेंदबाजी करते हैं. अन्य दो बाएं हाथ के स्पिनर हैं, जो शानदार क्षेत्ररक्षक भी हैं. हार्दिक पांड्या तेज़ गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडरों में सबसे ज़्यादा अनुभवी खिलाड़ी हैं. जिसके इर्द-गिर्द भारत स्थिति के हिसाब से एक अतिरिक्त बल्लेबाज़, एक अतिरिक्त तेज़ गेंदबाज़ या एक अतिरिक्त स्पिनर को उतार सकता है. भारत के पास तीन तेज़ गेंदबाज़ी विकल्प और तीन बेहतरीन स्पिनर हैं और वे नंबर 8 तक बल्लेबाज़ी करते हैं. इन संसाधनों ने साल 2022 के विजेताओं के साथ आमने-सामने लाने के लिए शानदार तालमेल बनाया है.
गुरुवार को प्रोविडेंस के गुयाना नेशनल स्टेडियम में होने वाला यह सेमीफाइनल मैच भारत के लिए एक अच्छा बदला लेने वाली कहानी होगी. भारत के पास इंग्लैंड के साथ वैसा ही करने का मौका है. जैसा इंग्लैंड ने एडिलेड में किया था. भारत की चुनौती को और मज़बूती देने वाली बात जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव की मौजूदगी है, जिनमें से कोई भी साल 2022 में नहीं खेला है.
बुमराह और कुलदीप बेहतरीन भारतीय गेंदबाज रहे हैं. बुमराह ने पारी के विभिन्न चरणों में पावरप्ले में, मध्य ओवरों के दौरान और अंतिम ओवरों में शानदार प्रहार किया है. जबकि कुलदीप ने 7वें से 15वें या 16वें ओवर के बीच अपनी असाधारण बायें हाथ की कलाई की स्पिन से कई योग्य गेंदबाजों को चकमा दिया है.
दोहराना या बदला?
इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि अगर रोहित के पास ये दोनों या इनमें से कोई एक गेंदबाज होता तो इंग्लैंड को एडिलेड में 168 रन का पीछा करने में कितनी परेशानी होती. वे अब अपनी क्षमता के शिखर पर हैं. हालांकि, इंग्लैंड भी यूं ही हार नहीं मानेगा.