विनेश ने भावुक पत्र में नहीं किया ताऊ महावीर का ज़िक्र, बहन गीता और जीजा ने दिलाया याद
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विनेश ने भावुक पत्र में नहीं किया ताऊ महावीर का ज़िक्र, बहन गीता और जीजा ने दिलाया याद

विनेश फौगाट ने 'X' पर एक भावुक पत्र जारी किया. इस पत्र में उन्होंने अपने माता - पिता, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, ओलंपिक्स में भारतीय दल के शेफ थे मिशन आदि सबके प्रति कृतज्ञता प्रकट की लेकिन कुश्ती का क - ख- ग सिखाने वाले महावीर फौगाट को लेकर कुछ नहीं लिखा.


Vinesh Faugat : पेरिस ओलंपिक्स में 100 ग्राम वजन के चलते मैडल से चूँकि भारतीय महिला पहलवान विनेश फौगाट ने 'X' पर एक भावुक पत्र जारी किया. इस पत्र में उन्होंने अपने माता - पिता, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, ओलंपिक्स में भारतीय दल के शेफ थे मिशन आदि सबके प्रति कृतज्ञता प्रकट की लेकिन विनेश को कुश्ती का क - ख- ग सिखाने वाले महावीर फौगाट को लेकर कुछ नहीं लिखा. उनके इस पत्र के बाद महावीर फौगाट की बेटी गीता और दामाद ने इस पर प्रतिक्रिया दी है, जो कहीं न कहीं इस ओर भी इशारा करती है कि फौगाट कुटुंब में सब कुछ सही नहीं है.



पहले बात करते हैं विनेश के पत्र की
विनेश ने अपने 'X' अकाउंट पर शुक्रवार को पहली बार ओलंपिक्स प्रतिस्पर्धा से बाहर होने को लेकर कोई प्रतिक्रिया जारी करते हुए तीन पन्नों का एक पत्र साझा किया. इसमें उन्होंने अपने बचपन से लेकर पेरिस ओलंपिक्स तक के सफर का ज़िक्र किया. विनेश ने अपने पिता, मां और पति के साथ-साथ अब तक के सफर का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, ''जब मैं छोटी थी तब मुझे ओलंपिक्स के बारे में जानकारी नहीं थी. मैं भी हर छोटी बच्ची की तरह लंबे बाल रखना चाहती थी. फोन को हाथ में लेकर घूमना चाहती थी. मेरे पिता एक सामान्य बस ड्राइवर थे. वे अपनी बेटी को हवाई जहाज में उड़ते हुए देखना चाहते थे. मैंने अपने पिता का सपना पूरा कर दिया.''
विनेश ने खत में अपने पति औ मां का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा, ''तमाम मुश्किलों के बावजूद मेरे परिवार ने भगवान पर भरोसा रखा. हमें ये यकीन रहा है कि जो भगवान ने हमारे लिए सोचा होगा वो अच्छा ही सोचा होगा. मेरी मां हमेशा कहती हैं कि भगवान कभी अच्छे लोगों के जीवन में बुरी चीजें नहीं आने देते हैं. मुझे इस बात पर तब और ज्यादा यकीन हो गया जब मैं अपने पति सोमवीर के साथ जीवन के रास्ते पर आगे बढ़ी. सोमवीर ने मेरा हर सफर में साथ दिया है.''

कुश्ती में लाने वाले ताऊ महावीर फोगाट का कोई ज़िक्र नहीं

ये बात दीगर है कि विनेश फोगाट को कुश्ती में लाने वाले उन्हें पहलवान बनाने वाले कोई और नहीं बल्कि उनके ताऊ महावीर फोगाट ही हैं. महावीर फौगाट ने अपनी बेटियों के साथ ही विनेश को भी ट्रेनिंग दी थी. लेकिन इसके बाद भी विनेश में अपने बचपन से लेकर पेरिस ओलंपिक्स तक के सफर वाले पत्र में उनका नाम तक नहीं लिया. विनेश के पिता का निधन काफी पहले हो गया था. महावीर फोगाट की बेटी गीता और बबीता भी रेसलर रह चुकी हैं और दोनों के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल हैं.


विनेश के जीजा ने कसा तंज
विनेश फौगाट की इस पोस्ट के बाद गीता के पति और विनेश के जीजा पवन सरोहा ने उनके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा 'विनेश आपने बहुत ही बढ़िया लिखा है लेकिन शायद आज आप अपने ताऊ जी महावीर फोगाट को भूल गए हैं. जिन्होनें आपकी कुश्ती जीवन को शुरू किया था भगवान आपको शुद्ध बुद्धि दे.' बता दें कि पवन सरोहा भी एक पहलवान हैं और कॉमन वेल्थ गेम्स में पदक विजेता हैं.


गीता ने दी तीखी प्रतिक्रिया
विनेश की पोस्ट के बाद ही उनकी चचेरी बहन और महावीर फौगाट की बेटी गीता ने 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा 'कर्मों का फल सीधा सा है, छल का फल छल, आज नहीं तो कल'. माना जा रहा है कि ये प्रतिक्रिया विनेश की पोस्ट पर ही दी गयी है, हालाँकि गीता ने किसी का नाम नहीं लिखा है. गीता ने अपने 'X' अकाउंट पर कई पोस्ट किये हैं जिसमें से एक 2009 का ही ट्वीट है, जिसमें महावीर फौगाट और विनेश एक साथ हैं.


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