
BCCI अध्यक्ष पद का चुनाव अधर में, रोजर बिन्नी का कार्यकाल खत्म
Indian Cricket Board election: बीसीसीआई के आगामी चुनाव में कानूनी प्रक्रिया और नियमों का पालन अहम मुद्दा बना हुआ है. जब तक नए खेल प्रशासन कानून के नियम औपचारिक रूप से अधिसूचित नहीं होते, तब तक लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करना एकमात्र विकल्प हो सकता है.
BCCI new rules 2025: खेल मंत्रालय चाहता है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सितंबर में होने वाले अपने चुनाव को राष्ट्रीय खेल प्रशासन कानून के तहत कराए. हालांकि, अगर तब तक नए अधिनियम के नियमों की अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी नहीं होती है तो ये चुनाव सुप्रीम कोर्ट द्वारा मान्य लोढ़ा समिति की सिफारिशों के आधार पर भी कराए जा सकते हैं.
दो विकल्पों पर विचार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमारी प्राथमिकता है कि चुनाव नए अधिनियम के नियमों के अनुसार हों, लेकिन अगर समय पर अधिसूचना जारी नहीं होती है तो लोढ़ा समिति की सिफारिशें विकल्प हो सकती हैं.
क्या हैं नियमों में फर्क?
लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार, बीसीसीआई पदाधिकारियों की अधिकतम आयु सीमा 70 वर्ष होनी चाहिए. नए खेल अधिनियम में यह सीमा बढ़ाकर 75 वर्ष तक की गई है, जिससे वरिष्ठ लोगों को भी चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा. सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों को भी भविष्य में इन नियमों का पालन करना होगा, जैसे ही अधिसूचना जारी होगी.
रोजर बिन्नी का कार्यकाल खत्म, नया अध्यक्ष नहीं घोषित
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने हाल ही में 70 वर्ष की आयु पूरी की है, जिससे उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है. हालांकि, बीसीसीआई की ओर से अभी तक किसी अंतरिम अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गई है.
अनुराग ठाकुर को नहीं मिला चुनाव लड़ने का मौका
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) ने हाल ही में अपने संविधान में बदलाव करते हुए चुनाव कराए, जिसमें भाजपा सांसद और पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को अध्यक्ष पद के लिए अयोग्य करार दिया गया. इस चुनाव में खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने कोई पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) नहीं भेजा. इससे यह संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार अभी नए कानून के लागू होने का इंतजार कर रही है.