
Selection Controversy: फॉर्म, फिटनेस सब कुछ, फिर क्यों बाहर हैं यशस्वी जायसवाल?
शानदार फॉर्म और स्ट्राइक रेट के बावजूद यशस्वी जायसवाल T20 टीम से बाहर हैं। वेंगसरकर ने इसे सेलेक्शन की बड़ी चूक बताया और आत्मविश्वास पर असर की चेतावनी दी।
Yashasvi Jaiswal News: इस समय सारी चर्चा शुभमन गिल के बारे में हो रही है कि कैसे 26 साल का यह खिलाड़ी T20 वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं बना पाया। लेकिन बहुत कम लोग यशस्वी जायसवाल के बारे में बात कर रहे हैं और कैसे यह टैलेंटेड बाएं हाथ का बल्लेबाज बिना कोई गलती किए भी टीम से बाहर हो गया है। 2024 T20 वर्ल्ड कप में जायसवाल को बेंच पर बैठना पड़ा क्योंकि मैनेजमेंट ने अनुभवी विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से ओपनिंग करवाने का फैसला किया था। हालांकि उन्होंने सोचा होगा कि जब ये दोनों अपने T20 करियर को अलविदा कह देंगे तो यह जगह उनकी हो जाएगी। लेकिन दो साल बाद जायसवाल टीम से बाहर हैं।
23 साल के यशस्वी जायसवाल ने आखिरी T20I जुलाई 2024 में खेला था। इस फॉर्मेट में उनके पिछले पांच स्कोर 93, 12, 40, 30 और 10 हैं, और ये सभी स्कोर उन्होंने भारत के लिए ओपनिंग करते हुए बनाए थे। उन्होंने 200 के शानदार स्ट्राइक रेट से रन भी बनाए। हालांकि, आखिर में यह सब बेकार साबित हुआ क्योंकि वह अभी भी टीम से बाहर हैं।
पूर्व चीफ सेलेक्टर दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने मौजूदा कमेटी और मैनेजमेंट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने जायसवाल जैसे टैलेंटेड खिलाड़ी को टीम से बाहर कर दिया है, जिसने कोई गलती नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि T20I फॉर्मेट में टीम से बाहर किए जाने के कारण जायसवाल का आत्मविश्वास कम हो सकता है।
वेंगसरकर ने न्यूज़ एजेंसी PTI से कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यशस्वी को बार-बार बिना किसी गलती के टीम से बाहर किया जा रहा है। वह खेल के सभी फॉर्मेट में शानदार फॉर्म में रहे हैं, और मुझे नहीं पता कि टीम में जगह बनाने के लिए उन्हें और क्या करना होगा। किसी भी मैच विनर को टीम से बाहर नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर आपको यह महसूस कराया जाए कि एक फॉर्मेट में आपकी जरूरत नहीं है, तो आपका आत्मविश्वास कम होना तय है। मेरा मतलब है कि इससे उसके आत्मविश्वास पर असर पड़ेगा और यह खेल आत्मविश्वास का ही है। और आत्मविश्वास तब आता है जब आपके प्रदर्शन में रनों का साथ हो।
वेंगसरकर ने अजीत अगरकर की अगुवाई वाली कमेटी से सहमति जताते हुए कहा कि गिल को टीम से बाहर करना उनके मौजूदा फॉर्म को देखते हुए सही फैसला था। हालांकि उन्होंने रिप्लेसमेंट के तौर पर चुने गए खिलाड़ी से असहमति जताई और कहा कि वह 15 सदस्यीय टीम में जायसवाल को मौका देते।
यहां बता दें कि गिल की जगह चयनकर्ताओं ने ईशान किशन (Ishan Kishan) को बैक-अप ओपनर और विकेटकीपर के तौर पर चुना है। भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान को बाहर किए जाने के बाद, रिंकू सिंह को वापस बुलाया गया है और 7 फरवरी को टूर्नामेंट शुरू होने के बाद उनके डेजिग्नेटेड फिनिशर की भूमिका निभाने की संभावना है।
वेंगसरकर ने कहा कि वे सभी बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन मैं सिलेक्शन कमेटी के साथ हूं जब वे खिलाड़ियों को मौजूदा फॉर्म और फिटनेस के आधार पर जज करते हैं। सिलेक्शन के मामले में मौजूदा फॉर्म एक अहम भूमिका निभाता है। और अगर आप मुझसे पूछें कि मैं गिल (Shubman Gill) की जगह किसे चुनता तो मेरी पसंद जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) होते। उन्होंने बार-बार साबित किया है कि वह कितने शानदार परफॉर्मर हैं और उन्होंने हमेशा टीम को वैसी ही शुरुआत दी है जैसी आजकल ज़रूरत होती है।
भारत के दिग्गज बल्लेबाज ने यह भी कहा कि वह जायसवाल को शुरू से ही टीम से बाहर नहीं करते क्योंकि उन्हें पता है कि वह अपने टैलेंट से क्या कर सकते हैं। जब उनसे पूछा गया कि अगर वह सेलेक्टर्स के चेयरमैन होते तो वह जायसवाल से क्या कहते इस सवाल पर वेंगसरकर ने कहा कि वो उनसे कुछ नहीं कहते क्योंकि वो उन्हें शुरू से ही टीम से बाहर नहीं करते।

