
कोलकाता होटल में भीषण आग, 15 की दर्दनाक मौत
मेचुआपट्टी के ऋतुराज होटल में लगी आग से हड़कंप मच गया. पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख सहायता की घोषणा की.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मेचुआपट्टी इलाके में मंगलवार रात एक सस्ते होटल ‘ऋतुराज’ में भीषण आग लगने से कम से कम 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें एक महिला और दो बच्चे भी शामिल हैं। इस हादसे में 13 अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। पुलिस के अनुसार, मृतकों में 11 पुरुष हैं, जिनमें से अब तक आठ की पहचान हो चुकी है।
PM मोदी ने जताया शोक, किया मुआवज़े का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से ₹2 लाख की आर्थिक सहायता और घायलों को ₹50,000 देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा गया, "कोलकाता में आग लगने की घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुझी आग
मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे होटल में आग लगने की सूचना मिली। मौके पर तुरंत दमकल की 10 गाड़ियाँ भेजी गईं। आग पर पूरी तरह काबू पाने में करीब 10 घंटे का समय लगा। बुधवार सुबह तक स्थिति नियंत्रित की जा सकी। घटनास्थल को सील कर दिया गया है और फॉरेंसिक टीम जांच में जुट गई है।
पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त होटल में 42 कमरों में कुल 88 मेहमान ठहरे हुए थे। घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
तीन मृतक तमिलनाडु के निवासी, पहचान में दिक्कत
सूत्रों के अनुसार, मृतकों में तीन लोग तमिलनाडु के निवासी हैं। शव बुरी तरह से जले होने के कारण पहचान में कठिनाई हो रही है। केवल तीन शवों की शिनाख्त हो सकी है।
कोलकाता पुलिस ने बनाई विशेष जांच टीम (SIT)
घटना की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जो आग लगने के कारणों, लापरवाही और होटल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की विस्तृत जांच करेगी।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज, भाजपा ने ममता सरकार को घेरा
राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब राजधानी में दर्जनों लोग जलकर मर रहे थे, तब मुख्यमंत्री दीघा में एक धार्मिक कार्यक्रम में व्यस्त थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि "ममता सरकार की संवेदनहीनता और प्रशासन की विफलता एक बार फिर उजागर हुई है।"
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से पीड़ितों की सहायता के लिए तत्काल राहत कार्य शुरू करने का आह्वान भी किया।
कोलकाता का यह हादसा सिर्फ एक होटल में लगी आग नहीं है, बल्कि राज्य की शहरी सुरक्षा प्रणाली और आपातकालीन तैयारियों पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न भी है। सरकार और प्रशासन को केवल राहत राशि तक सीमित न रहकर, भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।