
सऊदी बस दुर्घटना में मारे गए 45 भारतीयों में हैदराबाद के एक परिवार के 18 सदस्य भी शामिल
रामनगर के एक परिवार के नौ वयस्क और नौ बच्चे उमरा पूरा कर मदीना लौट रहे थे, तभी घातक बस हादसा हुआ
सोमवार (17 नवम्बर) को सऊदी अरब के मदीना के पास सड़क दुर्घटना में मारे गए 45 उमरा यात्रियों में से हैदराबाद के एक ही परिवार के अठारह सदस्य—नौ वयस्क और नौ बच्चे—शामिल थे। परिजनों और सरकारी अधिकारियों के अनुसार, शैक नसीरुद्दीन और उनकी पत्नी अख्तर बेगम एक बेटे, दो बेटियों, एक बहू और पोते–पोतियों के साथ उमरा करने गए थे। वे सभी मुशीराबाद के रामनगर के निवासी थे। परिजनों ने बताया कि परिवार पिछले दो महीनों से इस यात्रा को लेकर उत्साहित था और इसकी तैयारी कर रहा था।
परिवार ने उमरा पूरा कर लिया था और लगभग रात 1:30 बजे मदीना लौट रहा था, तभी दुर्घटना हो गई। एक रिश्तेदार ने बताया कि वे हादसे से पहले तक यात्रियों के लगातार संपर्क में थे।
‘सभी एक ही घर के थे’
“यह हमारे लिए बेहद दर्दनाक है—एक ही परिवार के अठारह सदस्य। वे सभी एक ही घर से थे,” उन्होंने कहा।
एक अन्य रिश्तेदार ने बताया कि हादसे से 10 दिन पहले सभी यात्री उनके घर आए थे। वे सभी यात्रा को लेकर बहुत खुश थे, और यह पूरे परिवार के लिए खास अवसर होने के कारण उन्होंने साथ में खाना भी खाया था।
शोक संवेदनाएँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मेरे विचार उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। रियाद में हमारा दूतावास और जेद्दा में वाणिज्य दूतावास हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। हमारे अधिकारी भी सऊदी अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं।”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हादसे पर गहरा सदमा व्यक्त किया। उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को निर्देश दिया कि वे तुरंत घटना का पूरा विवरण जुटाएँ और भारत के वाणिज्य दूतावास से संपर्क में रहकर सभी आवश्यक मदद सुनिश्चित करें।

