
प्रयागराज में हिंसा के मामले में 50 गिरफ्तार, आरोपियों के खिलाफ लगेगा एनएसए
प्रयागराज के करछना में आजाद समाज पार्टी के समर्थकों द्वारा रविवार को हिंसा और उपद्रव में बाद आज पुलिस ने 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनपर एनएसए के राहत कार्रवाई की जाएगी।
आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद के समर्थकों द्वारा प्रयागराज के करछना तहसील में हुए बवाल, तोड़फोड़ और आगजनी के बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर एक्शन लिया है। क़रीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके ख़िलाफ़ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कई गाड़ियाँ सीज़ की गई हैं।इधर नगीना सांसद चंद्रशेखर ने कहा है कि ये साज़िश है और उनके समर्थक उनके साथ थे।हिंसा और उपद्रव करने वाले उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में करछना तहसील में रविवार को अचानक उस समय हंगामा शुरू हो गया जब इसोटा गांव में मौजूद लोगों की भीड़ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। ये लोग अपने नेता आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर का इंतज़ार कर रहे हैं। उग्र भीड़ ने आस-पास गाड़ियों में आग लगा दी और तोड़फोड़ शुरू कर दी।भीड़ ने कई मोटर साइकिलें भी फूंक दी और पथराव शुरू कर दिया। भारी हंगामे से जहाँ कुछ लोग घायल हो गए वहीं इनको रोकने में कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए।इसके बाद आज पुलिस ने धरपकड़ तेज करते हुए क़रीब 50 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया।साथ ही कई मोटर साइकिल और गाड़ियों को भी सीज़ कर लिया।
दरअसल मामला कुछ ऐसे शुरू हुआ कि रविवार को आज़ाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर करछना के इसोटा गाँव में एक दलित व्यक्ति को हत्या के बाद परिवार से मिलने पहुँचने वाले थे। आरोप है कि देवशंकर की 13 जून को ज़िंदा जलाकर हत्या कर दी गयी थी। इस परिवार से मिलने के बाद चंद्रशेखर कौशाम्बी में दुष्कर्म पीड़ित बच्ची के परिजनों से भी मिलने वाले थे। दो दलित परिवारों को अपना समर्थन देने के लिए चंद्रशेखर प्रयागराज पहुंचे तो पुलिस ने उनको सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देकर आगे नहीं बढ़ने दिया। इस बीच चंद्रशेखर के हज़ारों समर्थक गाँव में इकट्ठा हो गए थे।लेकिन संवेदनशील मामले पर पुलिस ने चंद्रशेखर को प्रयागराज के सर्किट हाउस में ही रोके रखा। इस बात की जानकारी जैसे ही इसोटा गांव में पहुंची हंगामा शुरू हो गया। भीड़ ने न सिर्फ़ पथराव शुरू कर दिया बल्कि पुलिस वाहनों पर ईंट डंडे और लाठी पत्थर चलाने लगे। हालाँकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया पर काफ़ी नुक़सान हो गया। सोमवार को पुलिस ने सघन धरपकड़ अभियान चलाते हुए 50 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया। फ़ोटो वीडियो के आधार पर पहचान कर उपद्रवियों को गिरफ्तार करने का सिलसिला जारी है।सांसद चंद्रशेखर ने कहा है कि ये साज़िश है क्योंकि वो सर्किट हाउस में थे और उनके समर्थक उनके साथ ही बैठे थे और शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे।हिंसा और उपद्रव करने वाले लोग उनकी पार्टी के नहीं हैं।