गुजरात के सूरत में छह मंजिला ईमारत गिरी, 7 की मौत
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सूरत जिले में एक इमारत ढहने के बाद बचाव अभियान के दौरान अधिकारी और अन्य लोग। फोटो: पीटीआई

गुजरात के सूरत में छह मंजिला ईमारत गिरी, 7 की मौत

गुजरात के सूरत में छह मंजिला ईमारत ढहने की घटना में 7 लोगों की मौत हो गयी. ईमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था, लेकिन इसकी हालत बेहद ही कम समय में खस्ता हो चुकी थी.


Building Collapsed in Surat: गुजरात के सूरत में छह मंजिला ईमारत ढहने की घटना में 7 लोगों की मौत हो गयी. पुलिस ने बचाव कार्य के दौरान जहाँ शनिवार देर रात एक पुरुष के शव को बहार निकल था, तो वहीँ शनिवार/रविवार की दरमियानी रात को चले बचाव कार्य के द्वारा 6 अन्य शवों को भी बाहर निकल लिया गया है. जिसके बाद मरने वालों की संख्या 7 हो गयी है. बता दें कि ये घटना शनिवार यानी 6 जुलाई की दोपहर पौने तीन बजे हुई, जब पाल इलाके में स्थित एक रिहायशी ईमारत भरभरा कर गिर गयी.



सूरत के मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारीक ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पूरी रात बचाव कार्य और तलाशी अभियान चला, जिसमें 6 और लाशें मिली थीं. इस घटना में मरने वालों की कुल संख्या 7 हो गयी है. एक अधिकारी ने पहले बताया था कि इमारत ढहने के तुरंत बाद एक महिला को बचा लिया गया था, जबकि एक पुरुष का शव शनिवार रात को निकाला गया.


मलबा हटाने का काम जारी

ईमारत गिरने की घटना के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ( एसडीआरएफ ) की टीमों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया. पुलिस के अनुसार इमारत ढहने के तुरंत बाद ही मलबे में फंसी एक महिला को बहार निकला गया था, जिसे अस्पताल ले जाया गया था, फिलहाल उसका उपचार चल रहा है. पुलिस का कहना है कि मलबा हटाने का काम अभी भी जरी है लेकिन अब किसी के अन्दर फंसे होने की उम्मीद बेहद कम है.

ईमारत की हालत थी ख़राब

मौके पर मौजूद अधिकारीयों का कहना था कि इस ईमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था, लेकिन इसकी हालत बेहद ही कम समय में खस्ता हो चुकी थी. अभी की बात करें तो इस ईमारत में कम ही लोग रह रहे थे. करीब पांच फ्लैटों में लोग रहते थे, जिनमें से अधिकतर इस इलाके में स्थित कारखानों में काम करने वाले लोग थे. जब बचाव कार्य शुरू हुआ, तो हमने फंसे हुए लोगों की चीखें सुनीं. हमने मलबे से एक महिला को निकाला और उसे अस्पताल भेजा. बाद में एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया.

सूरत के जिला कलेक्टर सौरभ पारधी भी पुलिस, अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वारा चलाए जा रहे खोज और बचाव अभियान की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंचे.

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