आखिर आतिशी को क्यों बार बार याद दिलाया जा रहा है भरत बन कर रहना है
आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है. लेकिन इसके साथ ही उन्हें ये बार बार याद दिलाया जा रहा है कि उन्हें भरत बन कर रहना है और अगले चुनाव में जब आप को जीत मिलेगी तो केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे.
New CM Of Delhi: दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा इससे पर्दा हट चुका है. आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने अपना नेता चुनते हुए आतिशी के नाम पर सहमति जतायी है. जिसके बाद उनके नाम का एलान कर दिया गया है लेकिन इस एलान के साथ ही एक और एलान किया गया है वो ये कि आतिशी को भरत की तरह सिंघासन की देखरेख करनी है और अगली बार जब पार्टी जीते तो अरविन्द केजरीवाल के लिए कुर्सी और पद छोड़ देना है. सवाल ये है कि जहाँ प्रॉक्सी सीएम बनाये जाने पर किसी भी अन्य दल की आलोचना होती है तो फिर क्यों आम आदमी पार्टी खुले तौर पर ये कहने में लगी है कि आतिशी भरत की तरह ही काम करेंगी.
किस किस ने ये बात कही
सबसे पहले ये बात दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कही. विधायक दल की बैठक से पहले ही भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री जो भी होगा वो भरत की तरह सिंघासन की देखरेख करेगा. चुनाव में जीत मिलने के बाद अरविन्द केजरीवाल जी ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
आशुतोष भारद्वाज की इस टिपण्णी पर अभी चर्चा चल ही रही थी कि विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मोहर लग गयी. विधायकों का बाहर आना शुरू हुआ.
सोमाथ भारती ने आतिशी को लेकर कहा कि आतिशी मुख्यमंत्री चुनी गयी हैं क्योंकि वो सबकी बात सुनती हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आतिशी भरत की तरह ही दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की देखरेख करेंगी. वो इस बात को याद रखेंगी कि उन्हें ये ज़िम्मेदारी भरत की तरह ही दी गयी है.
इतना ही नहीं जब गोपाल राय मीडिया से बात करने आये तो उन्होंने आतिशी के नाम का एलान तो किया लेकिन साथ ही ये भी कहा जल्द से जल्द चुनाव कराये जाने चाहिए.
क्या आतिशी बदल न जाए इसलिए याद दिलाई जा रही है ये बात
पार्टी के दो वरिष्ठ विधायकों द्वारा ऐसी बात कहने पर विपक्ष ख़ास तौर से बीजेपी की प्रतिक्रिया देखने को मिली है. बीजेपी ने इस बात को अच्छे से लपल लिया है और लगातार आप से ये सवाल कर रही है कि आतिशी रबर स्टाम्प की तरह ही काम देखेंगी, पीछे से केजरीवाल का ही हुकुम चलेगा.
वहीँ राजनितिक विश्लेषक और दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार रामेश्वर दयाल का कहना है कि आतिशी को बार बार इस बात की याद दिलाने के पीछे या यूँ कहे कि आतिशी को जनता के सामने बार बार भारत कहने के पीछे का एक मकसद ये भी है कि जनता अपने आप अरविन्द केजरीवाल को राम समझे.कैसा
पार्टी की इस लाइन से जनता के बीच ये सन्देश भी साफ़ है कि आने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ही होंगे और ये भी कि अब भी मुख्यमंत्री बेशक बदला है लेकिन होगा वाही जो केजरीवाल जी को भायेगा.
इसके अलावा ये बात भी कही जा रही है कि अन्य प्रदेशों में जिस तरह से उदहारण देखने को मिले हैं कि किसी पर विश्वास जता कर कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन जब हटने की बारी आई तो उसने बगावत का बिगुल बजा दिया.
Next Story