
तेजस एक्सप्रेस का बड़ा हादसा टला, ट्रैक पर मिला सीमेंटेड स्लिपर
सिग्नल न मिलने और ट्रैक बाधित होने की वजह से तेजस ट्रेन सहित कुछ अन्य ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। यात्रियों को इस दौरान काफी असुविधा झेलनी पड़ी।
लखनऊ से नई दिल्ली जा रही देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस बुधवार रात एक बड़े हादसे से बच गई। यह घटना कानपुर-लखनऊ रेलवे रूट के मगरवारा स्टेशन के पास हुई, जहां ट्रैक पर अचानक सीमेंटेड स्लिपर रख दिया गया। जैसे ही यह जानकारी कंट्रोल रूम को मिली तो हड़कंप मच गया। तुरंत जीआरपी और आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे और ट्रैक साफ करवा दिया। इस दौरान नई दिल्ली से लखनऊ की ओर जा रही तेजस ट्रेन को गंगाघाट स्टेशन पर 27 मिनट तक रोका गया।
कारण और जांच
आरपीएफ अधिकारियों के अनुसार, मगरवारा स्टेशन के पास गिट्टी उतारने का काम चल रहा था। संभव है कि इसी दौरान स्लिपर पटरी पर आ गया। हालांकि इसे साजिश का भी शक बताया जा रहा है। रेलवे कर्मचारी आधे घंटे के भीतर स्लिपर को हटा कर ट्रैक सुरक्षित कर दिया।
यात्री और ट्रेन संचालन पर असर
सिग्नल न मिलने और ट्रैक बाधित होने की वजह से तेजस ट्रेन सहित कुछ अन्य ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। यात्रियों को इस दौरान काफी असुविधा झेलनी पड़ी। उत्तर प्रदेश में पहले भी रेल हादसों की कोशिशें सामने आ चुकी हैं। पिछले साल कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के रास्ते में एलपीजी गैस रखकर पलटाने की साजिश की गई थी। इससे पहले झांसी रूट पर साबरमती एक्सप्रेस देर रात पटरी के टुकड़े से टकराई थी, जिससे रेल ट्रैक उखड़ गया था।

