किसी का भी एनकाउंटर नाइंसाफी, STF एक्शन पर अखिलेश यादव का क्यों बदला सुर
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किसी का भी एनकाउंटर नाइंसाफी, STF एक्शन पर अखिलेश यादव का क्यों बदला सुर

सुल्तानपुर लूट केस में एक और आरोपी अनुज प्रताप सिंह मारा जा चुका है। इस विषय पर अखिलेश यादव का कहना है कि एनकाउंटर किसी का भी हो नाइंसाफी है।


Akhilesh Yadav On Encounter: इस वारदात का नाता 28 अगस्त ,से है। जगह यूपी का सुल्तानपुर जनपद का ठठेरी बाजार। 14 नकाबपोश सोने की दुकान में घुस कर लूट को अंजाम देते हैं। 11 आरोपी या तो गिरफ्तार या एनकाउंटर के शिकार(दो की मौत) होते हैं। यूपी की एसटीएफ एनकाउंटर को अंजाम देती है। पांच सितंबर को मंगेश यादव नाम का आरोपी मारा जाता है। ठीक 18 दिन बाद अनुज प्रताप सिंह नाम का दूसरा बदमाश भी ढेर होता है। मंगेश के एनकाउंटर पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जाति देखकर मर्डर, एसटीएफ अब सरेआम ठोको फोर्स, लोगों के मुताबिक स्पेशल ठाकुर फोर्स, विशेष कार्यबल में विशेष बलवानी लोग। इस तरह के विशेषणों के जरिए वो योगी आदित्यनाथ को घेर रहे थे।

'अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हुई'
इन सबके बीच अपने बेटे अनुज प्रताप सिंह के मारे जाने के बाद पिता धर्मराज सिंह कहते हैं चलो ठाकुर का एनकाउंटर हुआ अखिलेश यादव की इच्छा तो पूरी हो गई। हालांकि वो ये भी कहते हैं कि जिसके खिलाफ 35 से 40 केस है उसका कुछ नहीं हुआ, एक, दो केस वालों का एनकाउंटर हो गया। दरअसल वो लूट कांड के मुख्य आरोपी विपिन सिंह की बात कर रहे थे जो सरेंडर कर जेल में है। हालांकि बात यहां अखिलेश यादव की करेंगे।

कमजोर लोग एनकाउंटर को मानते हैं...
सबसे कमज़ोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फ़र्ज़ी एनकाउंटर नाइंसाफ़ी है।हिंसा और रक्त से उप्र की छवि को घूमिल करना उप्र के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है। आजके सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएँगे। इसीलिए वो जाते-जाते उप्र में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि उप्र में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे। उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसीका बदला ले रहे हैं।जिनका ख़ुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं। निंदनीय! इस ट्वीट के जरिए उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधा।



अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन भी आ रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने योगी सरकार से ढाई गुना अधिक उन्होंने एनकाउंटर कराए थे।क्या मुलायम सिंह ने 499 एनकाउंटर कराकर उप्र को हिंसा और रक्त से धूमिल किया था?मृतक के परिजनों ने इस एनकाउंटर का जिम्मेदार आपको ठहराया है, कहा अखिलेश की इच्छा पूरी हुयी।मंगेश यादव के इनकाउंटर को, काउंटर करने के लिए, अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर का, मै विरोध करता हूं । कोर्ट का फैसला अगर फांसी होता वो स्वीकार्य है।

दरअसल यूपी में एनकाउंटर पर सियासत कोई नई बात नहीं है। चाहे मायावती का शासन हो अखिलेश यादव का विपक्ष में जो भी रहा है वो इस बात को जोरशोर से उठाता रहा है कि अगर अपराधियों की जान लेने से ही व्यवस्था सुधर जाती तो आगे इस तरह की समस्या नहीं होती है। इस विषय पर जानकार कहते हैं कि अपराध अंतहीन सिलसिला है जिस पर लगाम लगा पाना संभव नहीं है। इसी तरह से आरोप- प्रत्यारोप का दौर चलता रहेगा।

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