जानिये आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री अनिता ने पवन कल्याण की टिप्पणी पर क्या कहा ?
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जानिये आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री अनिता ने पवन कल्याण की टिप्पणी पर क्या कहा ?

कल्याण ने कानून व्यवस्था की गिरती स्थिति और महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के लिए अनीता की कार्यशैली की आलोचना करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए योगी मॉडल अपनाने की नसीहत दी थी.


Andhrapradesh Politics : आन्ध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण द्वारा अपनी ही सरकार की गृह मंत्री वंगालापुडी अनीता को नसीहत देने के मामले में नया मोड़ आया है. गृह मंत्री अनीता ने प्रतिक्रिया देते हुए पवन कल्याण की टिपण्णी को रचनात्मक और सकारात्मक बताया है. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री की टिपण्णी से उन्हें अपने काम में और ज्यादा विस्तार लाने का नजरिया मिला है, साथ ही पवन कल्याण ने मेरे काम की कोई आलोचना नहीं की है. गौर करने वाली बात ये है कि अनिता की यह प्रतिक्रिया कल्याण द्वारा प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, विशेष रूप से राज्य में टीडीपी, भाजपा और जनसेना की नई गठबंधन सरकार के कार्यकाल के पांच महीने बाद, के लिए उनकी आलोचना करने के एक दिन बाद आई है.


सकारात्मक है पवन कल्याण की टिपण्णी को
अनिता ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने उनकी (कल्याण की) टिप्पणियों को सकारात्मक रूप से लिया. उनकी प्रेस वार्ता वास्तव में उत्साहवर्धक थी... उन्होंने मेरे काम के लिए एक सहायक आधार प्रदान किया और मुझे और भी अधिक मुखर होने के लिए प्रेरित किया. यही उन्होंने मुझे बताया." अनीता ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में वह अपनी जिम्मेदारी और अपनी भूमिका के लिए अपेक्षित कार्य को समझती हैं. इसके साथ ही अनिता ने इस बात पर जोर दिया कि कल्याण ने उन्हें असफल नहीं बताया है.

पवन कल्याण ने योगी मॉडल अपनाने की दी थी नसीहत
उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सोमवार को राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि यदि वो राज्य के गृह मंत्री होते तो "चीजें अलग होतीं". साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मॉडल को अपनाने की बात भी कही थी. इस टिप्पणी को वांगलापुडी अनिता की प्रत्यक्ष आलोचना के रूप में देखा गया था. उनकी यह टिप्पणी हाल ही में कानून और व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं, खासकर तिरुपति जिले में एक रिश्तेदार द्वारा चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के मद्देनजर आई है.

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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