सरेंडर से पहले इमोशन का तड़का, केजरीवाल बोले- नहीं रहा तो शोक मत मनाना
दिल्ली एक्साइज पॉलिसी स्कैम में अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 1 जून तक अंतरिम जमानत दी है. उन्हें 2 जून को सरेंडर करना है. उससे पहले उन्होंने समर्थकों से भावुक अपील की.
आम आदमी पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जांच एजेंसियों ईडी और सीबीआई का सामना कर रहे हैं. दिल्ली की न्यू एक्ससाइज पॉलिसी में गिरफ्तारी के बाद चुनाव प्रचार के लिए फौरी तौर पर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिली थी. 1 जून तक चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने की इजाजत मिली और 2 जून को सरेंडर करने का आदेश है. हालांकि उन्होंने तीन दिन पहले स्वास्थ्य के आधार पर सात दिन की और मोहलत मांगी थी, लेकिन अदालत का दिल नहीं पसीजा और यह तय हो गया कि उन्हें 2 जून को ही सरेंडर करना होगा. अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि वो 2 जून को दोपहर में करीब 3 बजे अपने घर से सरेंडर के लिए रवाना होंगे.लेकिन बात सिर्फ इतनी सी नहीं.
चुनौतियां है लेकिन आप को दिक्कत नहीं होगी
केजरीवाल ने कहा कि वो जानते हैं उनके सामने कितनी चुनौतियां हैं. लेकिन दिल्ली के विकास में किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी. दिल्ली के लोगों की भलाई ही उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है.यह नहीं सभी आवश्यक सेवाएं जैसे मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मोहल्ला क्लिनिक, फ्री दवा, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा पहले की तरह जारी रहेगी. भले ही मैं आपके बीच नहीं रहूँगा, फिर भी चिंता मत कीजिए. आपके सारे काम जारी रहेंगे. वो भले ही शारीरिक रूप से साथ ना रहें. लेकिन आपका काम नहीं रुकेगा. केजरीवाल ने अपने बुजुर्ग माता-पिता की सलामती के लिए भावनात्मक अपील भी की और जनता से उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में शामिल करने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता बहुत बूढ़े हैं.अगर आप मेरी मां के लिए रोजाना प्रार्थना करेंगे, तो वह निश्चित रूप से स्वस्थ रहेंगी.
21 मार्च को हुई थी गिरफ्तारी
अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को दिल्ली शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था।जांच एजेंसी का मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अब खत्म हो चुकी नीति का मसौदा तैयार करने और शराब लाइसेंस के बदले रिश्वत या किकबैक मांगने में अहम भूमिका निभाई थी। एजेंसी ने दावा किया है कि AAP को 100 करोड़ रुपये की किकबैक मिली थी जिसका इस्तेमाल गोवा और पंजाब चुनाव अभियानों के लिए किया गया था. AAP और केजरीवाल ने सभी आरोपों से इनकार किया है और गिरफ्तारी और मामले को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है.