बानू मुश्ताक की हार्ट लैम्प ने रचा इतिहास, जीता बुकर पुरस्कार
x
बानू मुश्ताक, दीपा भस्थी के साथ मंगलवार रात को टेट मॉडर्न में पुरस्कार ग्रहण करते हुए | वीडियो ग्रैब: द बुकर प्राइज यूट्यूब चैनल

बानू मुश्ताक की 'हार्ट लैम्प' ने रचा इतिहास, जीता बुकर पुरस्कार

कन्नड़ लघु कथा संग्रह ने पारिवारिक, सामुदायिक तनावों को चित्रित करने की मजाकिया, जीवंत, बोलचाल की, मार्मिक और कटु शैली के लिए निर्णायकों को आकर्षित किया।


लेखिका, सामाजिक कार्यकर्ता और वकील बानू मुश्ताक की लघुकथा संग्रह ‘हार्ट लैम्प’ ने इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है। यह सम्मान पाने वाली यह पहली कन्नड़ भाषा की रचना बन गई है। इस पुस्तक का अंग्रेज़ी में अनुवाद दीपा भास्‍ती ने किया है और दोनों ने लंदन के टेट मॉडर्न संग्रहालय में आयोजित समारोह में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार साझा किया।

"हर कहानी मायने रखती है"

बानू मुश्ताक की यह किताब दुनियाभर से चुनी गई छह पुस्तकों में से एक थी जिसे निर्णायकों ने इसकी "चतुर, जीवंत, स्थानीय शैली में पारिवारिक और सामाजिक तनावों को उजागर करने की क्षमता" के लिए सराहा। पुरस्कार प्राप्त करते समय उन्होंने कहा अगर मैं अपनी संस्कृति से एक पंक्ति उधार लूं तो यह क्षण ऐसा है जैसे हजारों जुगनुओं ने एक ही आकाश को रोशन कर दिया हो संक्षिप्त, चमकदार और पूर्णतः सामूहिक।"

उन्होंने इसे व्यक्तिगत जीत से बढ़कर विविधता की जीत बताया। मुश्ताक ने कहा कि यह इस विश्वास का प्रतीक है कि जब हम विविधता को अपनाते हैं, एक-दूसरे का उत्सव मनाते हैं और एक-दूसरे को ऊपर उठाते हैं, तो एक ऐसा संसार बना सकते हैं जहाँ हर आवाज़ सुनी जाती है और हर कहानी की अहमियत होती है।

'कोई कहानी छोटी नहीं होती'

मुश्ताक ने अपनी कृति को "हर अनुभव की कहानी को महत्त्व देने वाला प्रेम पत्र" बताया। उन्होंने कहा यह किताब उस विश्वास से जन्मी है कि कोई भी कहानी छोटी नहीं होती। मेरे गांव के वटवृक्ष के नीचे जन्मी कहानी आज इस मंच तक पहुँच सकती है। मेरी कन्नड़ भाषा अब हर उस पाठक का साझा घर बन गई है, जो इस यात्रा में मेरे साथ हैं।"

भाषा की महत्ता पर उन्होंने कहा कि कन्नड़ "संवेदनशीलता और धैर्य की भाषा है, जो ब्रह्मांडीय रहस्य और सांसारिक बुद्धिमत्ता की विरासत देती है।"

"साहित्य एक पवित्र स्थान है"

मुश्ताक ने कहा, "एक ऐसी दुनिया में जो हमें बांटने की कोशिश करती है, साहित्य एक खोया हुआ पवित्र स्थान है जहाँ हम कुछ पलों के लिए एक-दूसरे के मन में रह सकते हैं। उनकी अनुवादक दीपा भास्‍ती ने इस मौके को "मेरी सुंदर भाषा के लिए सुंदर जीत" कहा।

अन्य चयनित कृतियां:

प्रतियोगिता में अन्य पाँच किताबें थीं

On the Calculation of Volume I – Solvej Balle (डेनिश से)

Small Boat – Vincent Delecroix (फ्रेंच से)

Under the Eye of the Big Bird – Hiromi Kawakami (जापानी से)

Perfection – Vincenzo Latronico (इटालियन से)

A Leopard-Skin Hat – Anne Serre (फ्रेंच से)

मानवता की बातचीत

पुरस्कार निर्णायक मंडल के अध्यक्ष मैक्स पोर्टर ने कहा कि ये किताबें "अनुवादित साहित्य को मानवता की जटिल और चौंकाने वाली चर्चाओं का माध्यम बनाती हैं।" वे जीवन के सौंदर्य और अंधेरे दोनों को दर्शाती हैं।हर चयनित कृति को £5,000 का पुरस्कार मिला, जिसे लेखक और अनुवादक साझा करते हैं। विजेता को £50,000 (लगभग ₹53 लाख) मिले, जो मुश्ताक और भास्‍ती को आधा-आधा मिला।

भारत की प्रगति

2022 में हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री और अनुवादक डेज़ी रॉकवेल ने 'रेत समाधि' के लिए यह पुरस्कार जीता था। 2023 में तमिल लेखक पेरुमल मुरुगन की कृति Pyre को लॉन्गलिस्ट में जगह मिली थी।यह जीत न सिर्फ बानू मुश्ताक की, बल्कि भारतीय भाषाओं की ताकत और विविधता की वैश्विक स्वीकृति का प्रतीक बन गई है।

Read More
Next Story