क्या बिहार में जंगल राज की वापसी, आरजेडी नेताओं के आरोप में कितना दम
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क्या बिहार में जंगल राज की वापसी, आरजेडी नेताओं के आरोप में कितना दम

बिहार में आपराधिक घटनाओं पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव क्राइम बुलेटिन जारी करते हैं। हाजीपुर में नगर पार्षद की हत्या के बाद नीतीश राज को जंगल राज बताया जा रहा है।


Bihar Crime News: राष्ट्रीय जनता दल मतलब लालू प्रसाद यादव की पार्टी, तेजस्वी यादव की पार्टी। इस पार्टी के बारे में बिहार के लोगों में सामान्य सी धारणा है कि जंगल राज। जंगल राज संज्ञा की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसका अर्थ यह है कि समाज विरोधी शक्तियों में सरकार का भय नहीं रहता। पुलिस-प्रशासन का इकबाल कमजोर हो जाता है। बीती रात में हाजीपुर में एक नगर पार्षद पंकज राय की हत्या उसके घर में की गई जिसके बाद आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन कहते हैं कि पंकज राय सामाजिक न्याय के पहरुआ थे। अब तो लोगों के घर भी सुरक्षित नहीं हैं। बिहार में सुशासन राज नहीं बल्कि जंगल राज है।

हत्या पर हत्या
हत्या की यह वारदात घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। आक्रोशित राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस दुस्साहसिक हत्या के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है। यादव ने कहा, "नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के गुंडों ने वार्ड पार्षद पंकज कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी... मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री चैन की नींद सो रहे हैं, जबकि उनके गुंडे उत्पात मचा रहे हैं।" पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय समेत पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया। हमलावरों की पहचान के लिए पुलिस प्रयास जारी हैं। पुलिस के अनुसार, पीड़ित ने अपनी हत्या से छह महीने पहले एक विवाद के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
सतर्क, सचेत और सावधान रहें
तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि प्रिय बिहारवासियों,सतर्क, सचेत और सावधान रहें। बिहार में सत्ता संपोषित यमराज हाथों में बम और बंदूक़ लेकर घूम रहे है वो कभी भी, कहीं भी, कैसे भी, किसी की भी अकारण हत्या कर सकते है।बेचारे CM, प्रशासनिक अधिकारियों और अपराधियों के गठजोड़ के सामने बेबस, लाचार और निष्क्रिय है। ये बात अलग है कि यूजर्स का कहना कुछ और है। अभी स्थिति वैसा नहीं है जितना पहले हुआ करता था। नीतीश की ही देन है जो बिहार को नर्क से बाहर निकाला। आज बिहार बहुत आगे बढ़ चुका हैं।


हालत तो बिहार के बुरे हैं लेकिन पहले से बहुत बेहतर, इसमें आम जनता का भी सहयोग चाहिए खाली प्रशासन के करने से क्या होगा।सर देश के बाहर के दुश्मन से तो हम लड़ लेते हैं और हरा भी देते है लेकिन देश के अंदर बैठे दुश्मनों से कैसे लड़े सर, ये लोग बाहरी दुश्मनों से खतरनाक है।बिहार में जंगल राज चल रहा है बिहार को कोई बदल सकता है तो वह तेजस्वी यादव।

क्या बिहार में जंगल राज की वापसी
क्या वास्तव में बिहार में जंगल राज की वापसी हो चुकी है। इस संबंध में पटना के रहने वाले शशि कुमार बताते हैं कि निश्चित तौर पर नहीं। वो अपने तर्क में कहते हैं कि बॉडी ऑफेंस को आप नहीं रोक सकते है। हत्या की वारदातों में आपसी रंजिश, कलह, मुख्य वजह होती है। इस तरह की घटनाओं को आप रोक भी नहीं सकते। लेकिन रोड होल्ड अप, बैंक डकैती, अपहरण जैसी घटनाएं जब उद्योग की शक्ल लें तो चिंता बढ़ जाती है। यह खुला सच है कि लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में छिनैती, रोड पर लूट, अपहरण संगठित तौर पर जमीन पर नजर आते थे। लेकिन आज का बिहार बदला हुआ है। आप को याद होगा कि जब नीतीश कुमार पहली बार तेजस्वी के साथ सरकार बनाए तो कुछ महीनों के बाद ही लालू फैमिली की तरफ से पुलिस प्रशासन में दखलंदाजी बढ़ गई थी और उसकी वजह से नीतीश कुमार को इस्तीफा देना पड़ा। यह बात सच है कि नीतीश के शासन में भी क्राइम की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन इसे जंगल राज कहना उचित नहीं होगा।

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