
मोदी के 'मां के अपमान' वाले आरोप पर विपक्ष का पलटवार, बिहार में दिखेगा आक्रामक रुख
बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी तीखी होती जा रही है। जहां प्रधानमंत्री मोदी अपने ऊपर की गई अभद्र टिप्पणियों को भावनात्मक मुद्दा बना रहे हैं, वहीं महागठबंधन इसे “मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश” करार देते हुए अब पूरी ताकत से जवाब देने के मूड में है।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। दरभंगा में 27 अगस्त को हुई एक विवादास्पद घटना के बाद जहां एक शख्स ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राजद नेता तेजस्वी यादव के मंच छोड़ने के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। वहीं अब इस घटना को लेकर बीजेपी और विपक्षी महागठबंधन (INDIA) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना को "बिहार की सभी माताओं और बेटियों का अपमान" बताया और इसे चुनावी मुद्दा बना लिया। इसके जवाब में महागठबंधन ने अब सख्त रुख अख्तियार करते हुए आक्रामक पलटवार करने का फैसला लिया है।
महागठबंधन का पलटवार शुरू
3 सितंबर को तेजस्वी यादव ने पटना में अपने विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बंद कमरे की बैठक की, जिसके बाद यह साफ हो गया कि अब महागठबंधन बचाव नहीं, बल्कि जवाबी हमला करेगा। तेजस्वी ने खुद को महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करते हुए बीजेपी के हमलों का जोरदार जवाब देना शुरू कर दिया। महागठबंधन के सूत्रों ने बताया कि शुरुआत में वे इस विवाद से दूरी बनाना चाहते थे। क्योंकि "इस घटना से हमारा कोई लेना-देना नहीं है" और इस पर प्रतिक्रिया देने से असली चुनावी मुद्दे—जैसे बिहार में वोट चोरी, बेरोजगारी, पलायन, भ्रष्टाचार और SIR (Special Intensive Revision)—से ध्यान भटकता।
तेजस्वी ने साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने X पर एक लंबी पोस्ट कर बीजेपी पर दोहरा मापदंड (Double Standards) अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुस्से का दिखावा सिर्फ राजनीतिक स्टंट है। वो उस समय चुप रहते हैं जब उनके नेता महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं। तेजस्वी ने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि उन्होंने खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को "जर्सी गाय" कहा था और कांग्रेस सांसद शशि थरूर की दिवंगत पत्नी सुनंदा पुष्कर को "50 करोड़ की गर्लफ्रेंड" बताया था।
"पीएम मोदी अपनी मां का इस्तेमाल राजनीति में कर रहे हैं": कांग्रेस
कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री अपनी दिवंगत मां का इस्तेमाल कर रहे हैं गंदी राजनीति के लिए। अगर किसी ने उनकी मां को गाली दी है तो कानून को दखल देना चाहिए। लेकिन पीएम मोदी से भी पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने खुद महिलाओं के बारे में क्या भाषा का प्रयोग किया है। उन्होंने मणिपुर हिंसा, गुजरात में बिहारी मजदूरों पर हमले और संसद में रेनुका चौधरी को "सुरपनखा" कहे जाने की भी याद दिलाई।
JDU पर भी बरसे तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने जेडीयू नेताओं को भी घेरा जो बीजेपी के सुर में सुर मिलाते दिखे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कभी कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का DNA खराब है। अभी हाल में ही बीजेपी के मुख्य सचेतक ने मेरी मां को विधानसभा में गाली दी और मोदी ने उसकी पीठ थपथपाई। जब एक बीजेपी नेता ने हमारी प्रवक्ता को सड़क पर कपड़े उतारने और बलात्कार की धमकी दी तो उसे मोदी ने अपने विमान में बुलाया।
महागठबंधन ने अपने सभी प्रवक्ताओं और सोशल मीडिया टीम को निर्देश दिए हैं कि वे BJP नेताओं द्वारा महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्पणियों के वीडियो X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करें। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि हर कांग्रेस नेता जिसने कभी टीवी डिबेट में हिस्सा लिया है, वो बता सकता है कि उसे किस तरह BJP प्रवक्ताओं से गालियां और अपशब्द सुनने पड़े हैं।
महागठबंधन अभी भी असल मुद्दों पर केंद्रित रहेगा
तेजस्वी यादव ने अपनी बैठक में यह स्पष्ट किया कि हमें डिफेंसिव होने की जरूरत नहीं है। जो व्यक्ति प्रधानमंत्री के खिलाफ गाली देकर गिरफ्तार हुआ है, उसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है। अगर बीजेपी झूठी प्रचार के आधार पर चुनाव लड़ना चाहती है तो हम भी उसी आक्रामकता से जवाब देंगे। उन्होंने बताया कि चुनाव अभियान का केंद्रबिंदु बिहार SIR, वोटर लिस्ट से नामों को हटाने की साजिश, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे ही बने रहेंगे।