तमिलनाडु: उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन के घर को बम धमकी, चुनाव से पहले झूठे अलर्ट के सिलसिले से हड़कंप
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उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन

तमिलनाडु: उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन के घर को बम धमकी, चुनाव से पहले झूठे अलर्ट के सिलसिले से हड़कंप

राजनीतिक नेताओं से लेकर मीडिया संस्थानों तक, तमिलनाडु में फर्जी बम धमकियों की लहर फैल गई है, जबकि पुलिस आगामी चुनावों से पहले एक जटिल धमकी देने वाले अभियान की जांच कर रही है।


तमिलनाडु में झूठे बम धमकी के मामलों की बढ़ती श्रृंखला के बीच, चेन्नई के पोएस गार्डन स्थित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन के आवास पर शुक्रवार (17 अक्टूबर) को एक धमकी भरा संदेश मिला, जिसमें कहा गया था कि परिसर में विस्फोटक लगाए गए हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह एक फर्जी अलर्ट (False Alarm) था।

पुलिस की बम निरोधक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और पूरे परिसर की गहन तलाशी ली, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला। सुरक्षा एजेंसियों ने बाद में पूरे क्षेत्र को सुरक्षित घोषित कर दिया।

झूठी धमकियों की बढ़ती लहर

यह धमकी एक अज्ञात माध्यम से दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और कर्मचारियों को एहतियातन बाहर निकाल लिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द फेडरल को बताया,“हमारी टीमों ने तुरंत कार्रवाई की, और पूरे क्षेत्र की जांच के बाद कोई खतरा नहीं पाया गया।”

पुलिस इस कॉल के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, धमकी देने वाला “रहस्यमयी व्यक्ति” है, जिसका उद्देश्य दहशत फैलाना है। यह घटना तमिलनाडु में बढ़ते राजनीतिक भय और धमकी अभियानों की श्रृंखला में एक और उदाहरण है।

आठ महीनों में 600 से अधिक झूठी धमकियां

पिछले आठ महीनों में, राज्य में 600 से अधिक फर्जी धमकियां दी जा चुकी हैं, जिनमें से 300 से अधिक स्थानों को निशाना बनाया गया। कई मामलों में यह देखा गया है कि इन धमकियों के पीछे राजनीतिक उद्देश्यों से असहमति को दबाने की कोशिश की जा रही है।

करूर हादसे के बाद तनावपूर्ण माहौल

राज्य में यह माहौल तब और भयावह हुआ जब 28 सितंबर 2025 को करूर में तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के नेता और अभिनेता विजय की रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे ने तमिलनाडु की राजनीति को हिला दिया और उसके बाद से लगातार धमकी और डराने-धमकाने की घटनाएं बढ़ी हैं।

साइबर धमकियों ने बढ़ाई चिंता

वरिष्ठ पत्रकारों और मीडिया संस्थानों को भी निशाना बनाया गया है। 8 और 9 अक्टूबर के बीच ही 7 से अधिक ऐसी घटनाएं सामने आईं।

8 अक्टूबर को द हिंदू के चेन्नई मुख्यालय को एक ईमेल मिला, जिसमें दावा किया गया था कि कस्तूरी बिल्डिंग में तीन RDX IED बम लगाए गए हैं।

उसी रात पुथिया थलाईमुराई चैनल के एक्कटुथंगल कार्यालय को भी दो धमकी भरे ईमेल मिले।

शुक्रवार को पूर्व मुख्य सचिव गिरिजा वैद्यनाथन और अभिनेता एस.वी. शेखर के घर पर भी ऐसी ही धमकी दी गई।

साइबर सेल ने कसी निगरानी

तमिलनाडु पुलिस की एंटी-टेरर स्क्वॉड (ATS) ने साइबर निगरानी और हॉटलाइन मॉनिटरिंग बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि ये धमकियां “राजनीतिक रूप से प्रेरित साइकोलॉजिकल ऑपरेशन (psy-ops)” हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “धमकी देने वाला व्यक्ति तकनीकी रूप से अत्यधिक दक्ष है और ईमेल ट्रेसिंग से बचने की तकनीक जानता है।”

चुनाव से पहले सतर्कता बढ़ाने की अपील

सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि राज्य में चुनाव से पहले ऐसे फर्जी अलर्ट और साइबर-धमकियां बढ़ सकती हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “धमकियां झूठी हो सकती हैं, लेकिन उनका मकसद जनता में डर फैलाना असली है।”

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