Actor turned politician Vijay
x

करुर रैली हादसा: CBI जांच में नया मोड़, TVK नेताओं को दिल्ली किया तलब

सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच तेज होने के कारण CBI ने TVK पदाधिकारियों से पूछताछ दिल्ली में शिफ्ट की, जिससे विजय को संभावित समन से पहले राजनीतिक विवाद बढ़ गया है।


Click the Play button to hear this message in audio format

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) करुर में 27 सितंबर को हुई पार्टी रैली में हुई भगदड़ से संबंधित जांच के सिलसिले में अभिनेता से नेता बने तमिलगा वेट्री कजगम (TVK) अध्यक्ष विजय को पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी कर रहा है। इस हादसे में 41 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।

वरिष्ठ नेताओं को भी तलब

सूत्रों के अनुसार, CBI ने TVK के कई वरिष्ठ नेताओं को भी तलब किया है। इनमें महासचिव बसी आनंद, संयुक्त सचिव CTR निर्मल कुमार और आदाव अर्जुन, और करुर वेस्ट जिला सचिव VP माथियाझगन शामिल हैं। इन्हें 29 दिसंबर को दिल्ली स्थित CBI कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा गया है। इन नेताओं के बयान में रैली के आयोजन, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा इंतजाम और परमिशन पालन के विवरण शामिल होने की संभावना है, जो आगे चलकर विजय तक जांच बढ़ाने का आधार बनेंगे।

पूछताछ को लेकर बैठक

तलब के बाद विजय ने एक सलाहकार बैठक बुलाई, जिसमें चर्चा हुई कि नेताओं को बिना आधिकारिक समन के पूछताछ में शामिल होना चाहिए या नहीं। वरिष्ठ वकीलों से कानूनी राय ली गई और निर्णय लिया गया कि तलब किए गए नेता 29 दिसंबर को दिल्ली CBI कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से पेश होंगे। वहीं, TVK नेताओं का दावा है कि उन्हें चेन्नई में मौजूद CBI कार्यालय की बजाय दिल्ली बुलाया जाना राजनीतिक रूप से प्रेरित है। उनका आरोप है कि यह कार्रवाई पार्टी के AIADMK-BJP गठबंधन में शामिल न होने के कारण की गई है।

जांच की वर्तमान स्थिति

सुप्रीम कोर्ट के आदेश (13 अक्टूबर) पर चल रही जांच अब काफी आगे बढ़ चुकी है। प्रारंभिक जांच में लापरवाही के आरोपों की पड़ताल की गई, जैसे कि विजय के 7 घंटे की देरी से पहुंचना, पर्याप्त पेयजल की कमी और अनुमत सीमा से अधिक भीड़। TVK ने प्रशासनिक लापरवाही को हादसे का कारण बताया है और साजिश का आरोप लगाया है, लेकिन जांच में सहयोग किया है।

विजय की भूमिका पर ध्यान

अब जब प्रमुख अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड हो चुके हैं तो CBI ने विजय के सीधे निर्णय और आयोजन में उनकी भूमिका पर प्रश्न तय कर लिए हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूछताछ चेन्नई या दिल्ली में करने पर विचार किया जा रहा है। इस हादसे ने राजनीतिक बहस छेड़ दी, जिसमें सत्तारूढ़ DMK ने TVK पर गलत प्रबंधन का आरोप लगाया, जबकि विपक्ष ने राज्य सरकार की आलोचना की। विजय ने शोक व्यक्त किया और बाहरी कारकों को जिम्मेदार ठहराया।

भीड़ प्रबंधन पर सवाल

सूत्रों के अनुसार, नवंबर में करुर में पहले राउंड की CBI पूछताछ में बसी आनंद, निर्मल कुमार और आदाव अर्जुन से रैली आयोजन और स्टैम्पीड तक के घटनाक्रम पर कई सवाल पूछे गए थे। इनमें शामिल थे- रैली में शामिल होने वाले कार्यकर्ता और समर्थक किन जिलों से आए थे? विजय का चेनई से करुर यात्रा कार्यक्रम किसने तय किया? बैठक को 3 बजे होने के बजाय दोपहर में शुरू क्यों बताया गया? विजय भाषण दे रहे थे, उस समय एम्बुलेंस आने की जानकारी सही रूप से क्यों नहीं दी गई? भीड़ में बेहोश लोगों को पानी दिए जाने के बाद विजय भाषण जारी क्यों रखे? पुलिस ने क्या रैली स्थल बदलने का सुझाव दिया था?

‘विजय को दिल्ली क्यों बुलाया?’

वरिष्ठ पत्रकार सविथिरी कन्नन ने इस कदम पर गंभीर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि करुर और चेन्नई में कार्यालय हैं, फिर भी दिल्ली बुलाने का मकसद चुनाव से जुड़ी राजनीतिक प्रेरणा हो सकती है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच करना गलत नहीं है, लेकिन इसका राजनीतिक उपयोग गलत है। कन्नन ने कहा कि TVK के पास विकल्प कम है, फिर भी उन्हें CBI का सामना करना होगा। यदि विजय को तलब किया गया, तो उन्हें अवश्य पेश होना चाहिए और देरी के कारण को स्पष्ट करना चाहिए।

आगे की स्थिति

जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और राजनीतिक गलियारों में यह देखा जा रहा है कि क्या विजय को सीधे तलब किया जाएगा।

Read More
Next Story