Shivaji Statue Collapse: मूर्तिकार आप्टे ने किया सरेंडर, कहा- 'गंदी राजनीति' के कारण...
मालवन की एक अदालत ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले में मूर्तिकार जयदीप आप्टे को पुलिस हिरासत में भेज दिया.
Chhatrapati Shivaji Maharaj Statue Collapse: मालवन की एक अदालत ने गुरुवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले में मूर्तिकार जयदीप आप्टे को पुलिस हिरासत में भेज दिया और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल की हिरासत 10 सितंबर तक बढ़ा दी. बता दें कि आप्टे ने मालवन के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की थी और यह 26 अगस्त को ढह गई थी.
वहीं, आप्टे के वकील गणेश सोवानी ने दावा किया कि उन्होंने 'गंदी राजनीति' से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. उन्होंने बुधवार को अपनी पत्नी से बात की, जिन्होंने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. हमने फिर पुलिस को सूचित किया.
हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने विशेष सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया. पाटिल ने पिछले सप्ताह कोल्हापुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. उनसे मूर्ति बनाने का ठेका कैसे मिला, इसके निर्माण की समयावधि, इसकी मजबूती, काम में तेजी लाने के लिए उन पर कोई दबाव डाला गया या नहीं और ठेके के वित्तीय लेन-देन के बारे में पूछताछ की जा सकती है.
इस बीच सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया गया. उन्होंने कहा कि चाहे वह जयदीप आप्टे हो या कोई और सभी समान हैं और कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. वह चाहे जहां भी भागता या छिपता, उसे पकड़ लिया जाता. यह विपक्ष पर एक बड़ा तमाचा है, जो राजनीति कर रहे थे. जयदीप आप्टे की जांच की जाएगी. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी. लेकिन इसका राजनीतिकरण करना और भी दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारी सरकार का लक्ष्य वहां फिर से छत्रपति शिवाजी महाराज की एक भव्य प्रतिमा बनाना है.