
जम्मू-कश्मीर: कठुआ जिले में बादल फटने जैसी बारिश से तबाही, 7 की मौत; कई घायल
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रविवार तड़के भारी बारिश और बादल फटने जैसे हालात के चलते आई अचानक बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई है.
Flash Flood Kathua 2025: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के घटी गांव और उसके आसपास के इलाकों में रविवार तड़के भारी बारिश और बादल फटने जैसे हालात के चलते आई अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. यह हादसा किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से कुछ ही दिन बाद हुआ है.
परिवार के दबे होने की आशंका
रविवार सुबह करीब 3:30 से 4 बजे के बीच घटी के पास जुथाना जोड़ नामक स्थान पर हुए भूस्खलन के बाद एक परिवार के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. इसी दौरान जिले के राजबाग क्षेत्र में स्थित घटी गांव और उसके आसपास के दो अन्य स्थानों पर भी बादल फटने जैसे हालात बने, जिससे गांव से संपर्क पूरी तरह टूट गया. राजबाग पुलिस का कहना है कि घटना सुबह साढ़े तीन से चार बजे के बीच हुईं. पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन
घटी गांव में पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की संयुक्त टीम ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव अभियान शुरू कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि चार शव बरामद किए गए हैं. जबकि छह लोगों को घायल अवस्था में बचा लिया गया है.
पानी ने मचाई तबाही
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानी ने औद्योगिक क्षेत्र, केंद्रीय विद्यालय परिसर और जंगलोट थाने में भी प्रवेश कर लिया है. रेलवे ट्रैक और सड़कें प्रभावित हुई हैं. कठुआ पुलिस स्टेशन में भी गंभीर जलभराव की खबर है. हालांकि, जिला पुलिस प्रमुख का कहना है कि यह बादल फटने की घटना नहीं थी, लेकिन अचानक बाढ़ आई है. हमने सेना को भी सूचना दी है, वे स्टैंडबाय पर हैं.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बादल फटना technically तब कहा जाता है, जब एक घंटे में 100 मिमी से अधिक वर्षा हो. अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में ऐसा स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता. बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से क्षेत्र की साहर खड्ड और उझ नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था. रविवार तड़के उझ नदी में अचानक बाढ़ आने से तबाही मची.
जितेंद्र सिंह ने दी जानकारी, सेना सतर्क
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया मंच X पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि नागरिक प्रशासन, सेना और अर्धसैनिक बल सक्रिय हो गए हैं. स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है.
कई अन्य गांवों में भी भूस्खलन
कठुआ थाना क्षेत्र के तहत बगार्ड और चांगा गांव और लखनपुर थाना क्षेत्र के दिलवान-हुतली इलाकों में भी भूस्खलन की खबरें आईं, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. गुरुवार को किश्तवाड़ जिले के चासोटी गांव में मचैल माता यात्रा मार्ग पर फ्लैश फ्लड से कम से कम 60 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. वर्तमान में भारतीय सेना के नेतृत्व में बचाव अभियान जारी है. सेना, NDRF, SDRF, BRO, पुलिस और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत कार्य में लगे हैं।