
कॉमेडी पर कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस का समन, कामरा का माफी से इनकार
अपने पैरोडी गीत के जरिये महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसने वाले स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है।
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर विवादित पैरोडी गाने के कारण वे कानूनी पचड़े में फंस गए हैं।
इस मामले में अब मुंबई पुलिस ने कुणाल को समन भेजा है। पुलिस ने कुणाल के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर सोमवार को एफआईआर दर्ज की थी, जिसे बाद में आगे की जांच के लिए खार पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।
कुणाल के घर समन
अब खार पुलिस ने कुणाल कामरा के घर पर समन भेजा है। हालांकि कुणाल इस समय मुंबई में नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने समन उनके पिता को सौंप दिया।
इसके अलावा, पुलिस ने व्हाट्सएप के जरिए भी समन भेजा है और जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा है।
कुणाल बोले, माफी नहीं मांगूंगा
एकनाथ शिंदे पर लिखी विवादित पैरोडी को लेकर जारी विवाद के बीच स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने बीती रात एक बयान जारी किया। इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए उन्होंने साफ कहा कि वे माफी नहीं मांगेंगे।
उन्होंने लिखा, "मैं इस भीड़ से नहीं डरता और अपने बेड के नीचे छिपकर इसके शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा। मैंने वही कहा जो मिस्टर अजित पवार (पहले डिप्टी सीएम) ने श्री एकनाथ शिंदे (दूसरे डिप्टी सीएम) के बारे में कहा था।"
स्टूडियो क्यों तोड़ा?
कुणाल कामरा ने अपने शूटिंग वेन्यू पर शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़फोड़ पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, "एंटरटेनमेंट वेन्यू सिर्फ एक मंच है, जहां सभी तरह के शो होते हैं। हैबिटेट (या कोई भी अन्य जगह) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है।
न ही किसी राजनीतिक दल के पास यह अधिकार है कि मैं क्या कहूं या करूं। कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी वेन्यू पर हमला करना उतना ही बेवकूफी भरा है, जितना कि टमाटर से भरे ट्रक को पलटना, सिर्फ इसलिए कि आपको परोसा गया बटर चिकन पसंद नहीं आया।"
कामरा का यह बयान इस विवाद को और हवा दे सकता है, लेकिन उन्होंने अपने रुख पर कायम रहने का इशारा साफ तौर पर दे दिया है।
शिंदे की पहली प्रतिक्रिया
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के विवादित बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कुणाल के कटाक्ष की तुलना किसी के खिलाफ बोलने के लिए 'सुपारी' लेने से की।
शिंदे ने सोमवार को कामरा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और हमें भी व्यंग्य समझ में आता है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए। कटाक्ष करते समय शिष्टाचार बनाए रखना जरूरी है, अन्यथा प्रतिक्रिया भी उसी के अनुसार होती है।"
शिंदे का यह बयान साफ संकेत देता है कि वे इस विवाद को हल्के में नहीं ले रहे हैं। उनकी टिप्पणी के बाद अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कानूनी कार्रवाई होती है और कामरा इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।