कांग्रेस के हाथ को अब साइकिल से ही उम्मीद, क्या है प्लान 2027
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कांग्रेस के 'हाथ' को अब साइकिल से ही उम्मीद, क्या है प्लान 2027

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में कांग्रेस को 6 सीटें हासिल हुई हैं और 11 सीट पर दूसरे नंबर पर है. इस नंबर के मिलने के बाद उसके हौसले बुलंद हैं.


Rahul Gandhi News: सियासत में मौसम एक जैसा नहीं रहता. याद करिए 2023 का के वो महीने जब इंडिया गठबंधन से दो बड़े चेहरे नीतीश कुमार और ममता बनर्जी अलग हो चुकी थीं. इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि अब यह गठबंधन सिर्फ कागजों पर है. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के जब नतीजे सामने आए तो इस गठबंधन के बैनर तले अब मजबूत विपक्ष नजर आ रहा है. राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की मांग उठ रही है तो समाजवादी पार्टी इस समय देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है. यह सब सिर्फ एक ही सूबे यूपी से संभव हुआ. यही नहीं जो कांग्रेस 2019 के चुनाव में सिर्फ एक सीट पर सिमट गई थी उसके खाते में कुल 6 सीटें आईं हैं. और कांग्रेस के रणनीतिकारों को यकीन हो चला है कि यूपी में कांग्रेस जिंदा हो चुकी है.

रायबरेली में राहुल ने की सपा की तारीफ

यूपी के रायबरेली में जनता को आभार जताते हुए राहुल गांधी ने कहा जिस तरह से कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमीन पर मिलकर लड़ाई लड़ी उसका असर यह नतीजा है. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा कि निश्चित तौर पर हम आगे की लड़ाई में भी कामयाब होंगे. जाहिर सी बात थी कि वो इशारा यूपी विधानसभा चुनाव 2027 की कर रहे थे. अब राहुल गांधी के बढ़े हुए आत्मविश्वास की कहानी को भी समझते हैं.

राहुल गांधी का आत्मविश्वास हाई
यूपी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इन 17 सीटों में 6 सीट पर जीत मिली और 11 सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर रही है. अगर इन 17 लोकसभा सीटों को देखें तो विधानसभा की करीब 65 सीटें आती हैं.इन 65 सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा है. अब इससे कांग्रेस को उम्मीद है कि कार्यकर्ताओं के जोश को इसी तरह से बनाए रखने की जरूरत है. यूपी कांग्रेस के चुनाव प्रभारी अविनाश पांडे कहते हैं कि अब कांग्रेस से टिकट पाने वाले दावेदारों से कहा गया है कि वो अपने इलाकों में संगठन को मजबूत करने का काम करें ताकि 2027 में हम और बेहतर प्रदर्शन कर सकें. इन सबके बीच रायबरेली में राहुल गांधी ने एक बड़ी बात कही थी. उन्होंने कहा कि अगर उनकी बहन प्रियंका गांधी वाराणसी सीट से चुनाव लड़ी होतीं तो पीएम मोदी करीब 3 लाख वोटों से चुनाव हार जाते. दरअसल इस तरह के बयान के जरिए वो अपने कार्यकर्ताओं को संदेश दे रहे थे कि लड़ाई बहुत लंबी है, इस जोश को बरकरार रखते हुए 2027 में यूपी के किले को जीतना है.

यूपी में अब 300 पार का नारा
अब कांग्रेस के लिए समाजवादी पार्टी जरूरत क्यों बन रही है. दरअसल अखिलेश यादव का पीडीए का फॉर्मूला काम करता नजर आ रहा है. उसका फायदा कांग्रेस को भी मिला है. इसके साथ ही अगर बीएसपी के कोर वोट बैंक को देखें तो उसमें शिफ्टिंग हुई है. उस वोटबैंक का कुछ हिस्सा समाजवादी तो कुछ हिस्सा कांग्रेस को मिला है. सियासी जानकार कहते हैं कि अगर इसी तरह का ट्रेंड बना रहा है तो निश्चित तौर पर 2027 में आप अलग तस्वीर देख सकते हैं. अभी 37 संसदीय सीटों पर मिली जीत के बाद से ही अखिलेश यादव कहते हुए नहीं थक रहे कि विधानसभा चुनाव हुए तो सपा- कांग्रेस गठबंधन 300 के पार.उन्होंने तो अब बाकायदा 300 पार का नारा भी दे दिया है. हालांकि सियासत में कब क्या बदलाव हो जाए उसके बारे में आप या हम सिर्फ अंदाजा भर ही लगा सकते हैं.

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