झपटमारी की शिकार महिला सांसद बोलीं, हम ही असुरक्षित तो आम लोगों का क्या?
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दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में कांग्रेस की महिला सांसद सुधा रामकृष्णन झपटमारी की शिकार हुईं थीं।

झपटमारी की शिकार महिला सांसद बोलीं, हम ही असुरक्षित तो आम लोगों का क्या?

दिल्ली के चाणक्यपुरी में मॉर्निंग वॉक कर रहीं कांग्रेस सांसद सुधा रामकृष्णन से झपटमार ने चेन लूटी। घायल सांसद ने कहा कि अगर VIP सुरक्षित नहीं तो आम महिलाएं कैसे?


नई दिल्ली के हाई प्रोफाइल चाणक्यपुरी क्षेत्र में सोमवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब तमिलनाडु की कांग्रेस सांसद सुधा रामकृष्णन मॉर्निंग वॉक के दौरान चेन स्नैचिंग की वारदात का शिकार हो गईं। चाणक्यपुरी का इलाका डिप्लोमैटिक एन्क्लेव माना जाता है, जहां कई देशों के दूतावास, राज्य भवन और अत्यधिक सुरक्षा की व्यवस्था होती है। इसके बावजूद एक बाइक सवार झपटमार उनकी सोने की चेन लेकर फरार हो गया।

चोटिल हुईं सांसद, प्रियंका गांधी पहुंचीं अस्पताल

घटना के बाद सांसद सुधा रामकृष्णन ने बताया कि झपटमारी के दौरान बदमाश ने उनका कंधा बुरी तरह से खींचा, जिससे उन्हें चोट भी आई। प्रियंका गांधी वाड्रा उन्हें अस्पताल ले गईं और फिर लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय लेकर पहुंचीं। स्पीकर ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को फोन कर मामले में त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

‘अगर सांसद सुरक्षित नहीं, तो आम लोग कैसे?’

सांसद सुधा रामकृष्णन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर संसद सत्र के दौरान वीआईपी इलाके में एक महिला सांसद सुरक्षित नहीं है, तो देश की आम महिलाओं की सुरक्षा का क्या होगा?” उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली घटना नहीं है, दिल्ली में इस तरह की वारदातें अक्सर होती रहती हैं।



संसद में उठेगा मुद्दा, भारत की छवि पर असर

रामकृष्णन ने साफ कहा कि वे इस मुद्दे को संसद में उठाएंगी क्योंकि यह सिर्फ उनका नहीं, बल्कि हर भारतीय महिला का मामला है। उन्होंने कहा, जिस जगह वारदात हुई है वहां कई विदेशी दूतावास हैं। इससे विदेशों में भारत की सुरक्षा व्यवस्था की छवि पर भी असर पड़ता है।

दिल्ली पुलिस पर उठे सवाल

दिल्ली पुलिस ने घटना के बाद जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और डंप डेटा की मदद ली जा रही है। पुलिस की 10 से अधिक टीमें बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी खुद जांच की निगरानी कर रहे हैं।

सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था

चाणक्यपुरी जैसे हाई सिक्योरिटी इलाके में इस तरह की घटना होना दिल्ली पुलिस की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। खासकर तब, जब संसद का मानसून सत्र चल रहा हो और दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियां अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हों।इस घटना ने एक बार फिर से देश की राजधानी में महिला सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यदि दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाकों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो देश के बाकी हिस्सों में हालात का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं।

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