दिल्ली प्रदूषण: अस्पतालों को श्वसन संबंधी मामलों के लिए विशेष टीमें गठित करने को कहा गया
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दिल्ली प्रदूषण: अस्पतालों को श्वसन संबंधी मामलों के लिए विशेष टीमें गठित करने को कहा गया

दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अपने अस्पतालों को सांस से सम्बंधित रोगियों के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश जारी किये हैं.


Pollution Out Of Control : भयावह प्रदूषण को झेल रही दिल्ली में लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या भी होने लगी है. सबसे ज्यादा समस्या सांस से सम्बंधित हैं, जो प्रदूषित हवा की वजह से होने वाली सबसे आम समस्या है. आने वाले दिनों में ये समस्या विकराल रूप भी ले सकती है. इसके मद्दे नज़र दिल्ली सरकार ने कुछ उपाए भी किये हैं.


अस्पतालों को दी गयी हिदायतें
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को अपने सभी अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे गंभीर वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित करें. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों से श्वसन संबंधी बीमारियों के दैनिक मामलों की निगरानी करने और रिपोर्ट करने को कहा है, जिसमें बाह्य रोगी (ओपीडी) और आंतरिक रोगी (आईपीडी) दोनों शामिल हैं, और मामलों की संख्या में किसी भी असामान्य वृद्धि को तुरंत चिह्नित करने को कहा है.
मरीजों की संख्या और समयसा से सम्बंधित दैनिक रिपोर्ट व्यावसायिक एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य केंद्र (सीओईएच) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गोविंद मावारी के साथ साझा की जाएगी. एडवाइजरी में कहा गया है कि अस्पताल श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति करें और प्रभावित मरीजों की व्यापक देखभाल सुनिश्चित करें.


मंगलवार को भी प्रदूषण का हाल रहा बुरा

मंगलवार की बात करें तो प्रदूषण का स्तर खतरनाक ही बना रहा. AQI 480 से ज्यादा रहा, जिसकी वजह से लोगों को सांस सम्बंधित समस्याएं आम रहीं. इसके अलावा अगर मौसम विभाग की बात करें तो फिलहाल कुछ दिन मौसम ऐया ही बना रहेगा और कोहरा भी रहेगा. इसके मायने ये भी हुए कि कम से कम आने वाले 3 से 4 दिन प्रदूषण का स्तर इसी तरह से खतरनाक बना रहेगा. यही वजह भी है कि दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को सांस सम्बंधित समस्यों के मरीजों की निगरानी रखने के निर्देश जारी किये हैं.

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