Air Pollution: स्मॉग में कैद हर सांस, दिल्ली में कई इलाकों में AQI 600 के पार
तापमान में गिरावट के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी गई है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI 600 से अधिक दर्ज किया गया.
Delhi air quality: दिवाली का त्योहार खत्म हो चुका है और अब दिल्ली-एनसीआर में सर्दी गुलाबी ठंड से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. दिल्ली से सटे इलाकों में सर्दियां शुरू होते ही वायु प्रदूषण की समस्या जनता और सरकार के गले की फांस बन जाती है. इस दौरान पूरा इलाका धुंध की मोटी चादर में लिपट जाता है और लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो जाता है. हालांकि, इस बार पराली जलाने और पटाखे फोड़ने के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में अधिक बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई. इसकी वजह हवाओं की गति और तापमान में अधिक गिरावट न होना रही. हालांकि, अब तापमान में गिरावट होना शुरू हो चुका है तो दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भी गिरावट आई है.
दिल्ली के आनंद विहार जैसे कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 600 से अधिक दर्ज किया गया. यह इस मौसम का अब तक का सबसे खराब प्रदूषण स्तर है. वहीं, सोमवार सुबह 6 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता 434 रही. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, PM2.5 WHO द्वारा निर्धारित खतरे की सीमा से 59 गुना अधिक है. इस हानिकारक स्तर के लगातार संपर्क में रहने से फेफड़े और मस्तिष्क को नुकसान पहुंच सकता है. बता दें कि AQI 200 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', 401 और 450 पर गंभीर और 450 से ऊपर "गंभीर-प्लस" माना जाता है.
AQI स्तर
आनंद विहार - 624 (खतरनाक)
अलीपुर - 343 (खतरनाक)
पंजाबी बाग - 365 (खतरनाक)
नरेला - 324 (बहुत खराब)
आरके पुरम - 330 (खतरनाक)
बवाना - 406 (खतरनाक)
आईटीआई शाहदरा - 394 (खतरनाक)
आतिशी सरकार की कार्रवाई
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धूल प्रदूषण से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में करीब 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात किए जाएंगे. दिल्ली सरकार बढ़ते प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए लगातार जमीनी स्तर पर काम कर रही है. धूल प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार पूरे शहर में 200 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात करेगी, जो आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में काम करेंगी और धूल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में पानी का छिड़काव करेंगी.