
खतरनाक की कैटेगरी में पहुंची दिल्ली की हवा, AQI 400 पार हुआ; कई इलाकों में घुटन भरी प्रदूषित हवा
वज़ीरपुर और बवाना जैसे इलाकों में प्रदूषण स्तर 450 से ऊपर खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया है, जबकि एनसीआर क्षेत्र की हवा भी बहुत खराब बनी हुई है।
दिल्ली के कई इलाकों जैसे वज़ीरपुर और बवाना में AQI 450 से ऊपर दर्ज किया गया, जबकि NCR के ज्यादातर क्षेत्र भी खराब हवा से जूझ रहे हैं। दिल्ली की वायु गुणवत्ता सर्दियों की धुंध के चलते लगातार खतरनाक बनी हुई है।
रविवार सुबह 7 बजे राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगभग 430 के आसपास था, जो इसे साफ तौर पर “गंभीर” श्रेणी में रखता है।
शहर के कुछ हिस्सों में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है। लाइव रीडिंग के अनुसार, वज़ीरपुर और बवाना प्रदूषण के प्रमुख हॉटस्पॉट बने हुए हैं, जैसे वज़ीरपुर में AQI 450 से ऊपर और बवाना में AQI 435 दर्ज किया गया।
सुबह 7:15 बजे, जहांगीरपुरी में AQI 438 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। आनंद विहार (427) और अशोक विहार (421) में भी ऐसे ही खतरनाक स्तर दर्ज किए गए, जो दर्शाते हैं कि राजधानी के कई इलाके अब भी अत्यधिक प्रदूषण की मार झेल रहे हैं।
NCR क्षेत्र में भी हवा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं दिखा। नोएडा में AQI 390 (गंभीर के करीब), ग्रेटर नोएडा में AQI 380 (बहुत खराब), गाज़ियाबाद में AQI 426 (गंभीर) बना हुआ है। यानी राजधानी से परे भी जहरीले स्मॉग का विस्तार है।
इन बढ़े हुए स्तरों का मतलब है कि हवा में PM2.5 और PM10 जैसे बारीक कण बहुत ज्यादा मात्रा में हैं। इससे धुंध बढ़ जाती है, दिखाई कम देता है और बाहर निकलने वाले लोगों की सेहत पर गंभीर खतरा बन जाता है।
सरकारी कदम
प्रदूषण बढ़ने के मद्देनज़र, क्षेत्र में अभी भी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज 3 के तहत प्रतिबंध लागू हैं। CAQM की इस चरण के लिए सलाह में शामिल हैं- निजी दफ्तरों में 50% कर्मचारियों की ऑन-साइट उपस्थिति और बाकी कर्मचारियों के लिए वर्क-फ्रॉम-होम
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सरकार हालात पर चौबीसों घंटे नजर रख रही है और MCD तथा GNCTD कार्यालयों के लिए स्टैगर्ड टाइमिंग्स लागू की हैं ताकि पीक आवर्स में ट्रैफिक उत्सर्जन कम हो सके।
दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश दिया कि वे किसी भी खेल या अन्य आउटडोर शारीरिक गतिविधि का आयोजन न करें।

