
आज से दिल्ली विधानसभा का बजट सेशन, हंगामे के पूरे आसार
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र चार दिन तक चलेगा। आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा। इन सबके बीच कैग रिपोर्ट जैसे अन्य मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं।
Delhi Assembly Budget Session: दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होकर 28 मार्च तक चलेगा। पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा, जिसमें लोगों की आय और सुविधाओं का लेखा-जोखा होगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बजट प्रस्तुत करेंगी, जिसमें भाजपा सरकार अपनी योजनाओं और उपलब्धियों को प्रमुखता से पेश करेगी। बुधवार को बजट पर चर्चा होगी और गुरुवार को इसे मंजूरी दी जाएगी।
राजनीतिक संघर्ष के आसार
यह बजट सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है। भाजपा अपनी उपलब्धियों को उजागर करने की तैयारी में है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और भाजपा को कठघरे में खड़ा करने की रणनीति बना रही है। दोनों दलों के बीच तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल सकते हैं।
पिछले सत्र के अनुभव और संभावित रणनीतियां
पिछले सत्र में हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आप के 21 विधायकों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद, आप विधायकों ने हंगामे के बजाय भाजपा सरकार के फैसलों का राजनीतिक विरोध किया था। इस बार भी आप इसी रणनीति पर काम कर सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष का बयान
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह सत्र वित्तीय नीतियों और विकास रोडमैप को निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण है। जरूरत पड़ने पर सत्र की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।
प्रमुख राजनीतिक मुद्दे
भाजपा की उपलब्धियां और योजनाएं
भाजपा सरकार इस बजट में दिल्ली के विकास से जुड़ी अपनी उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं पेश करेगी।
संकल्प पत्र की प्रमुख घोषणाओं को पूरा करने के लिए राशि का प्रावधान किया जाएगा।
आप की रणनीति और विरोध के मुद्दे
आप सरकार की नीतियों पर सवाल उठाएगी और भाजपा को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करेगी।
महिला सशक्तीकरण योजनाएं, मुफ्त गैस सिलेंडर और महिला समृद्धि योजना पर सरकार को घेरने की योजना है।
पार्टी कैग रिपोर्ट के निष्कर्षों को चुनौती दे सकती है।
कैग रिपोर्ट पर विवाद संभव
बजट सत्र के दौरान तत्कालीन सरकार के कामकाज से जुड़ी कई कैग रिपोर्ट पेश की जाएंगी, जिन पर आप ने पहले ही कड़ी आपत्ति जताई है।
डीटीसी की कार्यप्रणाली पर भी कैग रिपोर्ट आने की संभावना है, जिसमें वित्तीय घाटे, परिचालन में कमियों और भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे उजागर हो सकते हैं।इसे लेकर सदन में गंभीर बहस और टकराव के आसार हैं।
निजी विधेयकों और संकल्पों पर चर्चा
शुक्रवार को विधानसभा में निजी विधेयकों और संकल्पों पर चर्चा होगी। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होने और राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की संभावना है।यह बजट सत्र न केवल वित्तीय योजनाओं को आकार देगा बल्कि राजनीतिक टकराव का भी गवाह बनेगा। भाजपा सरकार अपनी उपलब्धियों को उजागर करेगी, जबकि आप इसे घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाली। वहीं, कैग रिपोर्ट और दिल्ली में विभिन्न विकास योजनाओं को लेकर भी सत्र के गरमाने की पूरी संभावना है।