विधानसभा में हंगामा: विजेंद्र गुप्ता का AAP पर कड़ा जवाब, कहा- ‘मैंने वो दर्द सहा है’
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विधानसभा में हंगामा: विजेंद्र गुप्ता का AAP पर कड़ा जवाब, कहा- ‘मैंने वो दर्द सहा है’

Speaker Vijender Gupta: दिल्ली विधानसभा में आज का हंगामा सिर्फ सवालों और आरोपों तक सीमित नहीं था. यह सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव का भी संकेत है.


Delhi budget session: दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आज यानी गुरुवार को अपने चौथे दिन में काफी हंगामेदार रहा. इस दिन विधानसभा में कई मुद्दों पर विपक्ष और आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. कभी कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग को लेकर तो कभी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की गैरमौजूदगी को लेकर हंगामा हुआ.

विधानसभा में उस समय का नजारा दिलचस्प हो गया, जब विपक्ष का हंगामा बढ़ने पर विधानसभा स्पीकर को खुद खड़ा होना पड़ा और उन्होंने विपक्ष के व्यवहार की आलोचना की. स्पीकर ने कहा कि विपक्ष प्रश्नकाल को ठीक से चलने नहीं देना चाहता. मैं विपक्ष को सवाल पूछने का ज्यादा मौका दे रहा हूं. क्योंकि मैं उन्हीं की बिरादरी से रहा हूं. हम 10 साल विपक्ष में रहे, तब हमें सवाल पूछने का कोई मौका नहीं मिलता था. इसलिए अब मैं विपक्ष को अधिक मौका दे रहा हूं. वहीं, भाजपा के नेता विजेंद्र गुप्ता ने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपके दर्द को समझ सकता हूं. क्योंकि मैंने वह दर्द खुद सहा है.

बदतमीजी का आरोप

इस दौरान आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए. पार्टी के नेताओं ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान वर्मा ने आतिशी से बदतमीजी से बात की. इस पर, पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की और मामले की कार्रवाई की मांग की.

आप के नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पिछले दो दिनों से सदन में अनुपस्थित थीं, जिस पर नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने सवाल उठाया. इसके बाद, मंत्री प्रवेश वर्मा ने आतिशी के साथ बेहद आपत्तिजनक तरीके से बातचीत की. जब इस पर विरोध जताया गया तो विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कार्रवाई करने के बजाय आप विधायकों को ही सदन से बाहर निकाल दिया.

राजनीतिक संघर्ष

दिल्ली विधानसभा में आज का हंगामा सिर्फ सवालों और आरोपों तक सीमित नहीं था. यह सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव का भी संकेत है. एक ओर जहां सरकार और विशेष रूप से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए जा रहे थे. वहीं, दूसरी ओर मंत्री प्रवेश वर्मा की कार्यशैली को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ. विधानसभा के भीतर इस तरह के हंगामे और तीखी नोकझोंक से साफ हो गया कि दिल्ली की राजनीति में सत्ता और विपक्ष के बीच संघर्ष और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है.

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