प्रदूषण ने दिल्ली-NCR में बरपाया कहर, स्मॉग से ढका पूरा इलाका, सीजन में पहली बार 400 पार AQI
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प्रदूषण ने दिल्ली-NCR में बरपाया कहर, स्मॉग से ढका पूरा इलाका, सीजन में पहली बार 400 पार AQI

दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी जा रही है. बुधवार से दिल्ली-एनसीआर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है.


Delhi-NCR air pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी जा रही है. बुधवार से दिल्ली-एनसीआर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है. इसने लोगों का घर से निकलना दूभर कर दिया है. आलम यह है कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. इतना ही नहीं आंखों में जलन और गले में संक्रमण के मामले में देखने को मिल रहे हैं. सरकारी स्तर पर किए जा रहे प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहे हैं. दिल्ली में तो गुरुवार को तो प्रदूषण का स्तर 400 के पार चला गया.

दिल्ली में गुरुवार सुबह भी धुंध की मोटी चादर छाई रही और शहर की वायु गुणवत्ता में बुधवार के मुकाबले और गिरावट देखी गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा सुबह 7 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गिरकर “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया. आनंद विहार में AQI 473, द्वारका में 458, आरके पुरम में 454, मुंडका में 460, चांदनी चौक में 407 दर्ज किया गया.

बुधवार को इस सर्दी के मौसम में पहली बार वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई. एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने वायु गुणवत्ता में अचानक गिरावट का कारण “अभूतपूर्व रूप से घना” कोहरा बताया. हालांकि, बताया जा रहा है कि तेज हवाओं के कारण गुरुवार से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आने की संभावना है. CAQM के पूर्वानुमान के अनुसार, इस दौरान AQI “बहुत खराब” श्रेणी में रहने की उम्मीद है.

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट में रिसर्च एंड एडवोकेसी की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉयचौधरी ने कहा कि इस बार वायुमंडलीय स्थितियों की परिवर्तनशीलता ने देरी से ‘गंभीर’ AQI दर्ज किए जाने में भूमिका निभाई. लेकिन अक्टूबर में पिछले वर्षों की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ AQI दिन देखे गए. दिवाली का एपिसोडिक प्रदूषण आमतौर पर टिपिंग पॉइंट बन जाता है. लेकिन इस बार यह गर्म अवधि में था. इसलिए इसका अधिक महत्व नहीं था. लेकिन वार्षिक उत्सर्जन स्वीकार्य सीमाओं से बहुत अधिक है.

वहीं, प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. जैसे कि निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध और साथ ही दिल्ली में BS III पेट्रोल और BS IV डीजल LMV (4-पहिया) के चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है.

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