heat action plan to tame heatwave
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अप्रैल के बाद से दिल्ली में आमतौर पर तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार रहता है।

आसमानी आग से बचने की कवायद, क्या है दिल्ली का हीट एक्शन प्लान

आसमानी आग की आफत से बचने के लिये दिल्ली ने पहला हीट एक्शन प्लान जारी किया है। आइए जानते हैं क्या है इसमें खास बात


Heat Action Plan: दिल्ली में फिलहाल लू की स्थिति नहीं है। लेकिन आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं। 21 अप्रैल को दिल्ली न्यूनतम और अधिकतम तापमान ना सिर्फ इस सीजन बल्कि तीन साल में सर्वाधिक था। मौसम विभाग के मुताबिक अगले हफ्ते कमोबेश इसी तरह की तस्वीर बनी रहेगी। गर्मियों की तीव्रता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने ‘हीट एक्शन प्लान 2025’ का अनावरण किया है। सोमवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 150 पन्नों का यह विस्तृत प्लान लॉन्च किया, जो राजधानी में बढ़ती गर्मी और हीटवेव से निपटने के लिए अब तक की सबसे व्यापक रणनीति मानी जा रही है। इस प्लान में कूलिंग शेल्टर्स, अस्पतालों में विशेष हीटवेव वार्ड और शहरभर में 3,000 वॉटर कूलर लगाने की योजना शामिल है।

यह योजना दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की गाइडलाइंस के अनुसार तैयार की गई है। इसका उद्देश्य शहर को हीट-रेजिलिएंट बनाना है, यानी ऐसी व्यवस्था तैयार करना जो गर्मी के संकट से प्रभावी रूप से निपट सके।दिल्ली सचिवालय में हुए इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और पंकज सिंह, मुख्य सचिव नरेश कुमार, और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

गर्मी का खतरा और सरकार की तैयारी

दिल्ली में तापमान लगातार बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बुधवार तक अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 24–26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि “पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली का तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंच चुका है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।”उन्होंने कहा, “यह योजना सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। हम सिर्फ इरादे से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई के साथ तैयारी कर रहे हैं।”

हीट एक्शन प्लान के प्रमुख बिंदु

3,000 वाटर कूलर लगेंगे

1,000 सड़क किनारे

1,000 सरकारी भवनों में

1,000 ऐसे स्थानों पर जहां पानी की सुविधा नहीं है, खासकर बेघर लोगों के लिए

यह कार्य पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप और कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत किया जाएगा।

बस स्टॉप होंगे डिजाइन में बदलाव

धूप से बचाव के लिए छायादार संरचनाएं

फुटपाथों पर भी छांव की व्यवस्था

बस टर्मिनल और रेलवे स्टेशनों पर ठंडे पानी के डिस्पेंसर और छायादार प्रतीक्षा क्षेत्र

अस्पतालों में बनेंगे विशेष हीटवेव वार्ड

कूलिंग सिस्टम, ओआरएस और प्रशिक्षित स्टाफ के साथ

झुग्गी-बस्तियों और निम्न-आय वर्ग के इलाकों में सहायता केंद्र, वॉटर स्टेशन और छायादार स्थान

ठंडी छत और ग्रीन रूफ टेक्नोलॉजी

सरकारी और निजी भवनों पर अपनाई जाएगी यह तकनीक

इससे इमारतों के अंदर गर्मी कम होगी

स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम

दिल्ली के 5,500 से ज्यादा स्कूलों में 14 लाख से अधिक छात्र हीटवेव से सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित किए जाएंगे। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, “यह केवल सरकार की योजना नहीं, बल्कि जनता का आंदोलन है। इसमें नागरिकों की भागीदारी जरूरी है। हमें मिलकर गर्मी से लड़ना है।”हीट एक्शन प्लान 2025 न केवल दिल्ली को गर्मी के प्रभाव से बचाने का प्रयास है, बल्कि यह आने वाले वर्षों में बदलते जलवायु संकटों से निपटने की एक ठोस पहल भी है।

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