स्कूलों को बम की धमकी देने नाबालिग पर आमने-सामने BJP व AAP, अफजल गुरु से जुड़े NGO पर गरमाई सियासत
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स्कूलों को बम की धमकी देने नाबालिग पर आमने-सामने BJP व AAP, अफजल गुरु से जुड़े NGO पर गरमाई सियासत

Delhi schools fake bomb call: दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि इस केस में गिरफ्तार किए गए छात्र का संबंध एक एनजीओ से है.


AAP vs BJP: दिल्ली के स्कूलों में बम की झूठी कॉल करने वाले नाबालिग आरोपी के पकड़े जाने के बाद राजनीति शुरू हो गई है. इसको लेकर जहां बीजेपी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा है. वहीं, आप ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आप (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी (BJP) पर स्कूली बच्चों को बम की धमकी मिलने के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि इस केस में गिरफ्तार किए गए एक छात्र का संबंध एक एनजीओ से है. जो एक राजनीतिक दल का समर्थन करता है.

संजय सिंह ने कहा कि भाजपा (BJP) स्कूली बच्चों को मिल रही धमकियों के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं. पहली धमकी मई 2024 में दी गई थी. लगभग 9 महीने बाद अब दिल्ली पुलिस ने कोई बयान नहीं दिया है. लेकिन भाजपा (BJP) नेता सुधांशु त्रिवेदी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. वह अलग-अलग एनजीओ की कहानियां बता रहे हैं, उन्हें सब कुछ पता है. 10 महीने तक कोई जांच नहीं हुई. लेकिन अब चुनाव से 15 दिन पहले वे मनगढ़ंत कहानियां सुना रहे हैं.

बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीजेपी (BJP) सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कुछ महीने पहले दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकी वाले कई कॉल और ईमेल आए थे. इससे अभिभावकों और दिल्ली के लोगों में तनाव और डर का माहौल बन गया था. जब मामले की गहन जांच की गई तो पता चला कि ये सभी कॉल एक नाबालिग से आ रहे थे और आगे की जांच में पता चला कि उसका परिवार अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जैसी गतिविधियों में शामिल एनजीओ से जुड़ा हुआ था.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि फरवरी 2015 में उनकी पुण्यतिथि पर 'टुकड़े-टुकड़े' के नारे लगाए गए और AAP ने महीनों तक फाइल बंद रखी. क्या ये NGO AAP से जुड़े हैं? दिल्ली की सीएम आतिशी के माता-पिता दोनों ने अफजल गुरु की क्षमा याचिका का समर्थन किया, जिससे सीधा संबंध होने का संकेत मिलता है. क्या AAP शामिल है? मैं अरविंद केजरीवाल से आग्रह करता हूं कि वे इन लोगों के साथ AAP के संबंधों को स्पष्ट करें. अगर नाबालिग शामिल हैं तो इन NGO का देश के बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है? त्रिवेदी ने कहा कि आप की ओर से स्पष्ट जवाब की जरूरत है, अन्यथा इससे और शक पैदा होंगे.

दिल्ली पुलिस दावा

दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि 12वीं कक्षा का एक छात्र, जिसे कथित तौर पर शहर के 400 से अधिक स्कूलों में बम की धमकी भेजने के आरोप में पकड़ा गया था, एक एनजीओ से जुड़ा हुआ है. जो एक राजनीतिक पार्टी का समर्थन करता है. स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) मधुप तिवारी ने कहा कि हम ई-मेल ट्रैक कर रहे थे और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की वजह से, मूल स्रोत को ट्रैक करना मुश्किल था. हमें यह भी पता लगाना था कि क्या इसमें कोई आतंकी पहलू भी है.

उन्होंने कहा कि वीपीएन के इस्तेमाल के कारण सर्विस प्रोवाइडर पुलिस की मदद नहीं कर पा रहे थे. हमारी टीमों ने 8 जनवरी को हाल ही में मिले ई-मेल के बाद नाबालिग को ट्रैक किया. चूंकि ई-मेल भेजने वाला नाबालिग था. इसलिए टीम ने फोरेंसिक जांच के लिए उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस टीमों ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ई-मेल को ट्रैक किया. उन्होंने उसके पिता की बैकग्राउंड की भी जांच की. जो एक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं और पता चला कि यह संगठन एक नागरिक समाज समूह का हिस्सा है. जो अफजल गुरु की फांसी के बारे में मुद्दे उठा रहा है और एक राजनीतिक दल की भी मदद कर रहा है.

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