
दिल्ली में जहरीली हवा का कहर, टॉप 10 में आधे शहर एनसीआर के
दिल्ली और एनसीआर के शहरों में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर है। कई जगहों पर AQI 350 से ऊपर, धुंध और धुएं से लोगों का सांस लेना मुश्किल।
Delhi NCR Air Pollution: 8 नवंबर 2025 की सुबह उत्तरी भारत के कई हिस्सों, खासकर दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में गाढ़ी धुंध और धुएं की चादर छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, इन इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘खराब’ से लेकर ‘बहुत खराब’ श्रेणी तक पहुंच गया है।
दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत और मेरठ जैसे शहरों में सुबह-सुबह घना कोहरा और धुआं मिला-जुला दृश्य बना रहा, जिससे दृश्यता कम होने के साथ-साथ लोगों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा।
दिल्ली-एनसीआर पर जहरीली हवा का साया
CPCB के अनुसार, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 50 के बीच होता है तो हवा को “अच्छी” माना जाता है। वहीं, 400 से ऊपर पहुंचने पर वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर मानी जाती है।
शुक्रवार सुबह तक कई स्थानों पर AQI खतरनाक स्तर के करीब पहुंच गया, जो यह दिखाता है कि प्रदूषण अब सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं, बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हिस्सों में भी फैल चुका है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बच्चों, बुजुर्गों और सांस या फेफड़ों की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को फिलहाल बाहर निकलने से बचना चाहिए।
दिल्ली सरकार ने बदले दफ्तरों के समय
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार और नगर निगम (MCD) ने कार्यालयों के समय में बदलाव किया है। यह कदम प्रदूषण नियंत्रण उपायों के तहत उठाया गया है, ताकि ट्रैफिक का दबाव घटाया जा सके और सड़क पर वाहनों की संख्या सीमित रहे।
आज भारत के सबसे प्रदूषित शहर
1. दिल्ली — सबसे ऊपर प्रदूषण चार्ट में
दिल्ली के ITO क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 8 बजे AQI 373 दर्ज किया गया, जबकि मुडका में यह आंकड़ा 363 तक पहुंच गया। ये दोनों स्थान “बहुत खराब” श्रेणी में आते हैं, जो स्वस्थ व्यक्तियों पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं।
दिल्ली का एक और प्रदूषण हॉटस्पॉट, आनंद विहार, भी 352 के AQI के साथ खतरनाक सूची में शामिल रहा।
गाज़ियाबाद — वसुंधरा सबसे प्रदूषित
गाज़ियाबाद के वसुंधरा क्षेत्र में AQI 353 दर्ज हुआ, जिससे यह दिन के सबसे प्रदूषित इलाकों में शामिल रहा।
नोएडा — सेक्टर 62 की हवा ‘बहुत खराब’
नोएडा के सेक्टर 62 में AQI 309 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित स्तर है।
उत्तर प्रदेश — हापुड़ और बागपत में भी धुंध
हापुड़ के HUDA सेक्टर में AQI 280 तक पहुंच गया, जबकि बागपत के सरदार पटेल इंटर कॉलेज क्षेत्र में भी हालात बेहद खराब रहे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रदूषण की यह स्थिति लगातार बनी हुई है।
हरियाणा — कई जिलों में हवा जहरीली
एनसीआर से बाहर, हरियाणा के पानीपत के सेक्टर 18 में AQI 310 रहा।
जिंद के पुलिस लाइन क्षेत्र में 294, फतेहाबाद के HUDA सेक्टर में 292, पंचकूला सेक्टर 6 में 268, और सिरसा के एफ ब्लॉक में 225 दर्ज किया गया, जिसे खराब श्रेणी में रखा गया है।
स्वास्थ्य पर असर और चेतावनी
वायु प्रदूषण का यह स्तर न केवल श्वसन तंत्र को प्रभावित कर रहा है बल्कि आंखों में जलन, सिरदर्द, थकान और गले में सूजन जैसी समस्याएं भी बढ़ा रहा है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग घरों के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें, अधिक पानी पिएं, और सुबह या देर रात बाहर निकलने से परहेज करें।
दिल्ली-एनसीआर और आसपास के शहरों में वायु प्रदूषण की यह स्थिति फिर से यह याद दिलाती है कि प्रदूषण केवल एक मौसमी समस्या नहीं, बल्कि यह एक गंभीर स्वास्थ्य और नीति संबंधी संकट बन चुका है। अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह जहरीली हवा आने वाले दिनों में और भी घातक साबित हो सकती है।

