
दिल्ली-एनसीआर के आसमान को स्मॉग ने ढका, ग्रीन दिवाली भी नहीं रोक सकी प्रदूषण
दिवाली की रात आतिशबाजी से दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुँच गई। कई इलाकों में AQI 400 पार, GRAP चरण-II लागू, फिर भी हालात चिंताजनक है।
Delhi Pollution News: देशभर में 20 अक्टूबर को दिवाली का पर्व बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। घरों में दीप जलाए गए लोगों ने मिठाइयां बांटी और आसमान पटाखों की चमक से जगमगा उठा। लेकिन जश्न के इस माहौल के बीच राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। CPCB ऐप के अनुसार दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर, कई इलाके ‘रेड जोन’ में हैं। दिल्ली के सबसे अधिक प्रभावित इलाके द्वारका (AQI 417), अशोक विहार (404), वजीरपुर (423), और आनंद विहार (404) रहे।
CPCB की रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि 38 में से 36 प्रदूषण निगरानी स्टेशन ने शहर में वायु गुणवत्ता को ‘रेड जोन’ में दर्ज किया, यानी दिल्ली में हवा की स्थिति ‘बेहद खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है। हालांकि दिवाली पर ‘हरित पटाखों’ (green firecrackers) का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी।
मंगलवार की सुबह की तस्वीरों में अक्षरधाम सहित कई प्रमुख स्थलों के आस-पास धुंध और स्मॉग साफ दिखाई दे रहे थे, जो वायु गुणवत्ता की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।वर्तमान में पूरे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 531 दर्ज किया गया है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों की स्थिति
नरेला: AQI 551 (सबसे अधिक)
अशोक विहार: AQI 493
आनंद विहार: AQI 394
NCR के शहरों में प्रदूषण
नोएडा: AQI 369
गाजियाबाद: AQI 402
चंडीगढ़: AQI 158 (सापेक्ष रूप से बेहतर)
यह डेटा साफ दिखाता है कि NCR में हवा की गुणवत्ता तेजी से खराब हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार और प्रशासन को इस गंभीर स्थिति पर तुरंत ध्यान देना होगा।
मौसम-प्रदूषण का संबंध
दिल्ली और NCR में मौसम का हाल फिलहाल पर्यावरण के लिए प्रतिकूल है। तेज़ हवा न चलने के कारण स्मॉग और धुंध सतह के करीब बनी हुई है। सुबह के समय कई जगहों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है।
अधिकतम तापमान: 31–33°C
न्यूनतम तापमान: 20–22°C
न्यूनतम तापमान सामान्य से 1–3 डिग्री अधिक
अधिकतम तापमान सामान्य के करीब
धीमी हवा और बढ़ता तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक, सुबह के समय सतही हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से 5 किमी/घंटा की धीमी रफ्तार से चलेगी। देर शाम और रात तक हवा की रफ्तार 8 किमी/घंटा से कम रहेगी। धीमी हवा के कारण स्मॉग और धुंध के कण सतह के करीब टिके रहेंगे। पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में फिलहाल प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली-एनसीआर की हवा के लिए अलर्ट जारी करने और प्रदूषण नियंत्रण के तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली की रात और उसके बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। प्रदूषण की निगरानी करने वाले 38 स्टेशनों में से 34 ने हवा की गुणवत्ता को ‘रेड जोन’ में बताया। यानी राजधानी की अधिकांश आबादी जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर रही।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए GRAP चरण-II लागू
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 14 अक्टूबर से ही GRAP यानी Graded Response Action Plan के चरण-II को लागू कर दिया है। इसके तहत कई सख्त कदम उठाए गए हैं—
डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर रोक
नियमों का उल्लंघन करने वाली अंतरराज्यीय बसों की संख्या सीमित करना
निजी वाहनों के उपयोग को कम करने के लिए पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी
इन उपायों का उद्देश्य हवा में मौजूद जहरीले कणों की मात्रा को कम करना और लोगों को कुछ राहत देना है।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी सीमित छूट
दिवाली से पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में कुछ शर्तों के साथ ‘हरित पटाखों’ (Green Crackers) की बिक्री और फोड़ने की अनुमति दी थी। अदालत ने कहा था कि केवल पर्यावरण के लिए कम हानिकारक पटाखों की अनुमति दी जाएगी। बावजूद इसके, बीती रात राजधानी में कई जगह पारंपरिक पटाखे भी फोड़े गए, जिससे प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ गया।