दिल्ली की भीषण गर्मी और लू ने बिजली की मांग को पहुँचाया आल टाइम हाई
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दिल्ली की भीषण गर्मी और लू ने बिजली की मांग को पहुँचाया आल टाइम हाई

मंगलवार को अपराह्न 4 बजकर 13 मिनट पर दिल्ली में बिजली की मांग 8771 मेगावाट पर पहुँच गयी. बिजली की ये मांग आल टाइम हाई है, जिसकी वजह से दिल्ली में बिजली का संकट भी पैदा हो सकता है.


Electricity Demand: भीषण गर्मी के चलते राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आलम ये है कि मंगलवार को अपराह्न 4 बजकर 13 मिनट पर दिल्ली में बिजली की मांग 8771 मेगावाट पर पहुँच गयी. बिजली की ये मांग आल टाइम हाई है, जिसकी वजह से दिल्ली में बिजली का संकट भी पैदा हो सकता है. गर्मी के सितम की बात करें तो पानी के बाद बिजली की बेतहाशा मांग चिंता की स्थिति की ओर इशारा करती है. अगर बात करें तो आज यानी 18 जून से पहले 29 मई को सबसे अधिक मांग 8302 मेगावाट रही थी.

जानकारी के अनुसार मंगलवार, 18 जून को दिल्ली में बिजली की डिमांड ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए. दिन बढ़ने के साथ साथ जिस तरह से पारा चढ़ा, तो उसके साथ साथ बिजली की डिमांड भी बढती चली गयी. मंगलवार को ही बिजली की मांग ने दो बार आल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया, पहले दोपहर 3 बजकर 22 मिनट पर, जब बिजली की डिमांड 8632 मेगावाट पर पहुँच गयी. इसे ही आल टाइम हाई घोषित कर दिया गया, लेकिन इसके कुछ देर बाद ही 4 बज कर 13 मिनट पर एक नया रिकॉर्ड बना, जिसमें दिल्ली में बिजली की डिमांड 8771 मेगावाट दर्ज की गयी.






30 दिनों से दिल्ली में 7 हजार मेगावाट से ज्यादा है बिजली की मांग

दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड की तरफ से उपलब्ध आंकड़ों की बात करें तो 18 जून ऐसा 30वां दिन है जब लगातार बिजली की मांग 7 हजार मेगावाट से ज्यादा रही है. यानी पिछले 30 दिनों से दिल्ली में बिजली की मांग 7 हजार मेगावाट से ज्यादा है. अगर हम पिछले साल 2023 मई की बात करें तो उस दौरान एक भी दिन 7000 मेगावाट बिजली की मांग दर्ज नहीं की गयी थी, वहीँ 2022 में मई महीने में सिर्फ एक दिन बिजली की मांग 7000 मेगावाट से ज्यादा रही थी. उस लिहाज से देखा जाए तो इस वर्ष 2024 के मई के महीने में बिजली की मांग पिछले वर्षों के मुकाबले ज्यादा रही है. इस साल तो मई महीने में ही बिजली की मांग 8 हजार मेगावाट से ज्यादा पहुँच गयी थी.

क्या कहते हैं पिछले वर्षों के आंकड़े

दिल्ली में बिजली मांग 18 जून को नए रिकॉर्ड बनाती रही. पहले दोपहर 3:22 बजे 8647 मेगावॉट की मांग ने सारे रिकॉर्ड तोड़े, उसके बाद 4 बज कर 13 मिनट पर ये रिकॉर्ड भी उस समय टूट गया, जब बिजली की मांग 8771 मेगावाट पर पहुँच गयी. 22 मई, 2024 को पहली बार दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 8000 मेगावॉट तक पहुंच गई थी. लेकिन 22 मई 2024 से लेकर 18 जून 2024 तक दिल्ली में 8 बार ऐसा हो चुका है, जब बिजली की मांग 8 हजार मेगावाट को क्रॉस कर चुकी है. 2024 के रिकॉर्ड से पहले, दिल्ली में बिजली की आल टाइम हाई डिमांड 7695 मेगावॉट दर्ज की गयी थी, जो 29 जून, 2022 को दर्ज की गई थी.

क्यों हो सकता है बिजली संकट

जानकार बताते हैं कि अगर इसी तरह बिजली की मांग बढती रही तो फिर दिल्ली वालों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है. इसकी वजह ये है कि गर्मी की वजह से बिजली के ट्रांसफार्मर पहले से ही काफी गर्म तापमान झेल रहे होते हैं, ऊपर से बिजली की बेतहाशा मांग से पड़ने वाला लोड भी ट्रांसफार्मर को और ज्यादा गर्म कर देता है, जो ट्रांसफार्मर को नुक्सान पहुंचा सकता है.

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