
विधायक की गुंडागर्दी पर भड़के फडणवीस और शिंदे, बोले- कार्रवाई होनी चाहिए
MLA Canteen Assault: यह घटना न्यायपालिका, विधायिका और सार्वजनिक प्रतिष्ठा के विधायक की आचरण मर्यादा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है. मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री दोनों ने इस मामले में कड़ी आलोचना की और चैंबर के अध्यक्ष से विधिक कार्रवाई की मांग की है.
Sanjay Gaikwad Attack: महाराष्ट्र के बुलडाणा से विधायक और एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना नेता संजय गायकवाड़ का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वो मुंबई स्थित एमएलए कैंटीन के कर्मचारी को थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं. खाने की गुणवत्ता को लेकर गायकवाड़ का गुस्सा इस कदर भड़का कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से एक स्टाफ को पीट दिया और इस पूरी घटना ने सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है. अब ये मामला केवल खाने की गुणवत्ता तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि विधायकों के आचरण और सत्ता के दुरुपयोग की गंभीर बहस का केंद्र बन गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दोनों ने इस घटना को शर्मनाक बताया और कार्रवाई की मांग की है.
महाराष्ट्र विधान परिषद में आज शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा एमएलए कैंटीन के स्टाफ सदस्य पर की गई मारपीट वीडियो पर विधायकों ने तीखा विरोध दर्ज कराया. विपक्ष के सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसे कृत्य विधानसभा की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं और चैंबर की मर्यादा का उल्लंघन करते हैं. वीडियो में बुलडाणा के विधायक गायकवाड़ कैंटीन कर्मचारी योगेश कुट्रम को थप्पड़ और मुक्के मारते नजर आए. इस मामले में विपक्ष की ओर से मंथन किया गया कि क्या विधायक पर कोई कार्रवाई की गई है.
मुख्यमंत्री फडणवीस का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने वीडियो देखा है. ऐसा व्यवहार ठीक नहीं. यह सभागृह और सभी विधायकों की गरिमा के खिलाफ है. अगर सुविधाएं खराब हैं या खाना सड़ा है तो शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. लेकिन विधायक का किसी को मारना और उसका वीडियो वायरल होना, ये अच्छा संदेश नहीं है. शक्ति का दुरुपयोग कर विधायक का यह व्यवहार गंभीर विषय है. मुझे लगता है कि अध्यक्ष और स्पीकर को इसे संज्ञान में लेना चाहिए और आवश्यक कदम उठाने चाहिए.
उपमुख्यमंत्री शिंदे का रुख
डिप्टी सीएम एवं शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने भी इस घटना की निंदा की है कि हम जनता के प्रतिनिधि हैं और हम पर जिम्मेदारी है. मैंने गायकवाड़ से कहा है कि किसी को थप्पड़ मारना गलत है. ।”
विधायक की सफाई
गायकवाड़ ने कहा कि उन्हें कैंटीन में दिया गया दाल "सड़ी" हुई थी, जिससे उन्हें उल्टी सी महसूस हुई थी. पिछले कई सालों से मैंने ताजा खाना मांगा था. उनकी चिकन और अंडों की खुराक कई दिन पुरानी होती है. उन्होंने घोषित किया कि हजारों लोगों की सेहत से खेल रहे हैं. लेकिन जब शिकायत की तो किसी ने नहीं सुना. उनके अनुसार, मैं विधायक और एक योद्धा भी हूं. जब कोई मेरी बात नहीं सुनता, मैंने बलासाहेब ठाकरे की भाषा का इस्तेमाल किया. मैं जूडो, जिम्नास्टिक, कराटे और कुश्ती में माहिर हूं. मैं गांधीवादी नहीं हूं और मुझे कोई पछतावा नहीं है. मुझे नहीं लगता मैंने कुछ गलत किया. मैं विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाऊंगा.
राजनीतिक बैकग्राउंड
संजय गायकवाड़ दो बार विधायक रहे हैं और 2022 में शिवसेना विभाजन के समय एकनाथ शिंदे शिवसेना के साथ खड़े हुए थे. जब उनसे पूछा गया कि क्या ये काम शिवसेना (UBT) विधायक ने किया है तो उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह अब मेरी पार्टी से नहीं हैं. वह अब शिंदे शिवसेना का हिस्सा हैं, न कि शिवसेना (UBT) का.