डीएमके ‘परिवार की, परिवार के लिए, परिवार द्वारा’ पार्टी : उदयनिधि के उदय पर भाजपा
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डीएमके ‘परिवार की, परिवार के लिए, परिवार द्वारा’ पार्टी : उदयनिधि के उदय पर भाजपा

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि "वे एक निजी लिमिटेड पारिवारिक कंपनी हैं. इसलिए, पिता, फिर बेटा, फिर पोता (सफल होते हैं) और यह सिलसिला चलता रहता है."


DMK Udaynidhi Deputy CM : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भाजपा ने रविवार को द्रमुक पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी का एकमात्र ध्यान भ्रष्टाचार और अपने प्रथम परिवार की प्रगति पर है. भाजपा की यह प्रतिक्रिया धन शोधन मामले में आरोपी डीएमके नेता वी सेंथिल बालाजी को मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने और उदयनिधि को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद आई है. उदयनिधि अब तक युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री थे. अब उन्हें स्टालिन का डिप्टी बनने के अलावा योजना और विकास विभाग भी सौंपा गया है.


पारिवारिक कंपनी है द्रमुक
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "इससे एक बात तो साफ हो गई है कि यह पार्टी परिवार की है, परिवार के लिए है और परिवार के द्वारा है. यह एक निजी सीमित पारिवारिक कंपनी है. इसलिए पिता, फिर बेटा, फिर पोता (सफल होता है) और यह सिलसिला चलता रहता है."

इंडिया ब्लाक के लिए परिवार सर्वप्रथम: भाजपा
शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी और इंडिया ब्लाक के अन्य घटक दल केवल अपने नेतृत्व के परिवार की चिंता करते हैं. पूनावाला ने आरोप लगाया, "पूरा इंडी गठबंधन इसी तरह का है (डीएमके). भ्रष्टाचार और परिवार इन पार्टियों के दो स्तंभ हैं. उनके लिए परिवार पहले है, देश नहीं."
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जहां पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी, राकांपा (सपा) के शरद पवार और द्रमुक प्रमुख स्टालिन चाहते हैं कि उनके बच्चे या अन्य करीबी रिश्तेदार आगे बढ़ें, वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख दिवंगत मुलायम सिंह यादव भी चाहते थे कि उनके बेटे अखिलेश यादव आगे बढ़ें.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें केवल अपने बेटे-बेटियों के उत्थान की चिंता है, भारत के बेटे-बेटियों की नहीं, और वे अपनी पार्टियों को "सूर्यास्त" की ओर ले जा रहे हैं. पूनावाला ने कहा, "केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं जो देश के बेटे-बेटियों की चिंता करते हैं."


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